दोस्तों आपने psychology ( मनोविज्ञान ) के बारे में अक्षर लोगो से जरुर होगा लेकिन अब सवाल ये है की आखिरकार psychology क्या है और क्या सच में इससे दिमाक को पढ़ा जा सकता है
दोस्तों psychology ( मनोविज्ञान ) विज्ञान की वह शाखा है जिसमें किसी भी व्यक्ति के मन और उसके दिमाक का अध्ययन उस व्यक्ति के व्यवहार या फिर बात चीत करने के आधार पर किया जाता है |
सरल शब्दों में psychology ( मनोविज्ञान ) को दिमाक का अध्यन करना या फिर दिमाक को पढना भी बोल सकते मनोविज्ञान की शुरुआत प्रायोगिक अध्ययन के एक क्षेत्र के रूप में
1854 में जर्मनी के लीपज़िग में हुई थी जब लिपजिंग के गुस्ताव फेचनर ने पहला सिद्धांत बनाया जिसमें उन्होंने बताया की संवेदी अनुभवों के बारे में निर्णय कैसे किए जाते हैं और उन पर प्रयोग कैसे किया जाता है |
और फेचनर के इस सिधांत को आज सिग्नल डिटेक्शन थ्योरी के रूप में मान्यता प्राप्त है जिसके बाद में, 1879 में, विल्हेम वुंड्ट ने जर्मनी के लीपज़िग में पहली मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला की स्थापना की और
विल्हेम वुंड्ट ही वो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने अपने आपको पहला मनोवैज्ञानिक बोला था