दोस्तों 31 मार्च 1909 को उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट में स्थित 

हारलैंड एंड वूल्फ शिपयार्ड कंपनी ने दुनिया का सबसे बड़ा शिप बानने का काम शुरू किया 

जिसे 31 मई 1911को लोगो के सामने प्रस्तुत किया गया था जो कि दुनिया का सबसे बड़ा शिप था 

जिसके निर्माण में उस समय 7.5 मिलियन डॉलर का खर्च आया था

जिसके बारे में उस समय ये बोला गया था की ये शिप कभी नही डूबेगा 

और उस शिप का नाम टाइटैनिक रखा गया 

लेकिन ये जहाज अपनी पहली ही यात्रा में समुन्द्र में समा गया