दोस्तों अगर आपने हवाई जहाज में सफर किया होगा तो आपने ये      बात तो जरूर सुनी होगी

कि आप हवाई जहाज में थर्मामीटर नहीं ले जा सकते हैं और अगर कोई व्यक्ति प्लेन    में थर्मामीटर ले जाता है

तो उस व्यक्ति को जेल भी हो सकती है लेकिन अब सोचने वाली बात ये है कि एरोप्लेन में थर्मामीटर ले जाना मना क्यों है

तो दोस्तों इसके पीछे का कारण ये है कि थर्मामीटर में बुखार मापने के लिए मरकरी  यानी कि पारा भरा जाता है और जैसा कि आप जानते हैं

कि पारा एल्युमिनियम का सबसे बड़ा दुश्मन होता है  और एक बूंद पारे की बहुत सारे एल्युमिनियम को नष्ट कर सकता है और जैसा कि आप               जानते हैं

कि एरोप्लेन का लगभग पार्ट ही एल्युमिनियम से बना होता है इसीलिए अगर कोई व्यक्ति एरोप्लेन में थर्मामीटर ले जाता है

और गलती से अगर थर्मामीटर में भरी पारे की बूंद एरोप्लेन में गिर जाती है तो इससे एरोप्लेन      क्रैश भी हो सकता है

और यात्रियों को भी प्रॉब्लम हो सकती है इसीलिए हवाई जहाज में थर्मामीटर ले जाना          सख्त मना है