दोस्तों भारत… रहस्यों की धरती है यंहा पर हर मंदिर की अपनी दास्तान होती है लेकिन आज की ये कहानी… बाकी सबसे अलग है।

दोस्तों उत्तर भारत के एक छोटे से कस्बे के बाहरी हिस्से में घना जंगल है जहां जंगल के बीचों बीच एक प्राचीन मंदिर खंडहर की शक्ल में खड़ा है 

बोला जाता है की 17वीं सदी की राजकुमारी वेदिका ने भगवान शिव के लिए ये मंदिर बनवाया था पर वो एक दिन अचानक ही गायब हो गई।

और तभी से ये मंदिर सुना पढ़ा है जिसमे अक्सर रात को एक स्त्री की चीख सुनाई देती है कहते हैं की वो वेदिका की आत्मा है।

लोगो का ये भी बोलना है की एक किसान ने इस मंदिर में राजकुमारी को देखा था लेकिन उस दिन के बाद उसकी आवाज हमेशा हमेशा के लिए बंद हो गयी | 

हालांकि उस मंदिर के पुजारी ने ग़ाव से जाते-जाते कहा था की ये मंदिर अब देवस्थान नहीं रहा यहाँ पर आत्माएँ भटकती हैं |

दोस्तों  1998 की रात की बात है, कुछ युवक इस मंदिर के अंदर पहुँचे इसका रहस्य पता लगाने के लिए लेकिन जैसे ही रात के 12 बजे… घंटियाँ खुद बजने लगीं और उनका कैमरा बंद हो गया… और वो परछाई सीढ़ियों पर थी जिसकी लोग बात करते है ।

हालाँकि दोस्तों आज भी ये मंदिर वीरान है और जो व्यक्ति इसकी घंटी बजाता है… उसे आने वाले सात दिन तक चैन नहीं मिलता है और वो दर के साए में जीता है ।

जानिए क्यों यह मंदिर अब भी डर का प्रतीक है।