21 फरवरी 2021 को एक दामाद पहले अपनी साली की हत्या करता है फिर अपनी पत्नी की और फिर अपने सास और ससुर की भी हत्या कर देता है जिसने इन सब ससुराल वालों को ठिकाने लगाने के लिए थैलियम जहर का उपयोग किया था और उसने एक महीने के अंदर अंदर ही अपने पूरे ससुराल वालों का खेल खत्म कर दिया लेकिन जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तब उसने जो ये करने के पीछे वजह बताई ये सुनकर आप भी हैरान हो जाओगे तो चलिए आज की इस मजेदार पोस्ट में हम जानते हैं कि आखिरकार क्यों करनी पड़ी एक दामाद को अपने सभी ससुराल वालों की बेरहमी से हत्या तो नमस्कार दोस्तों मैं हूं विकास राजपूत।
दिल दहलाने वाली क्राइम स्टोरी दमाद निकला कातिल
कहानी की शुरुआत
दोस्तों हमारी ये कहानी है देवेंद्र मोहन शर्मा नाम की एक इंसान की जो की एक 50 से 55 वर्ष का व्यक्ति होगा जो की एक दवाई का कारोबारी था जिसके परिवार में उसकी छोटी बेटी प्रियंका और उसकी पत्नी अनीता रहती थी हालांकि इसकी एक और बेटी थी जो कि प्रियंका की बड़ी बहन थी जिसकी इन्होंने वरुण अरोड़ा नाम के एक व्यक्ति से शादी करवा दी थी और उस लड़की का नाम दिव्या था और दोस्तों जो भी ये क्राइम हुआ उसमें दिव्या का बहुत बड़ा रोल था।
छोटी बेटी प्रियंका की हुई मौत
दोस्तों देवेंद्र मोहन शर्मा का कोई पुत्र नहीं था इसीलिए इसकी छोटी बेटी प्रियंका अपनी विदेश में पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने पिता की अपने दवाई के बिजनेस में मदद करने लगी लेकिन दोस्तों जब सब कुछ बिल्कुल सही चल ही रहा था कि तभी 1 फरवरी 2021 की सुबह अचानक प्रियंका के पैरों में जोरदार दर्द होने लगा और उसने ये बात अपने पिता को बताई और कहा कि पापा आज मैं आपके साथ आपकी दुकान पर नहीं चल पाऊंगी क्योंकि मेरे पैरों में बहुत ज्यादा दर्द है.
इसके बाद उसके पिता ने उसे आराम करने की सलाह दी और प्रियंका पूरे दिन आराम करती रही लेकिन जब उसका पिता शाम को घर लौटा तो वह पाता है कि प्रियंका के पैरों में पहले से और भी ज्यादा दर्द होने लगा है इसके बाद वह घबराकर अगली ही सुबह प्रियंका को मोतीनगर के एक अस्पताल में भर्ती करवाता है जहां पर डॉक्टर के द्वारा उसके काफी सारे टेस्ट किए जाते हैं लेकिन रिपोर्ट अगले दिन आने वाली थी.
यानी की 3 फरवरी को इसीलिए वो उस दिन अपने घर लौट आते हैं लेकिन दोस्तों इस दिन शाम होते-होते प्रियंका के पैर पूरी तरह से सुन हो चुके थे और जब अगली सुबह हुई तब प्रियंका अपने पैरों पर खड़ी तक दिन नहीं हो पा रही थी ये देखकर उसके घर वाले काफी ज्यादा घबरा गए और वो तुरंत प्रियंका को 3 फरवरी को उसकी खराब हालत के चलते बी एल कपूर हॉस्पिटल में भर्ती करवाते हैं जहां पर उसका इलाज शुरू किया जाता है.
लेकिन दोस्तों 10 से 11 दिन के बाद यानी की 15 फरवरी 2021 की सुबह प्रियंका दम तोड़ देती है और उसकी मौत हो जाती है ये बात जानकर घरवालों को बहुत ज्यादा सदमा लगा क्योंकि उन्हें प्रियंका की मौत की वजह नहीं पता चल पाई केवल उन्हें इतना पता चल पाया कि उसके पैरों में दर्द था जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.
लेकिन किसी भी व्यक्ति के पैरों के दर्द की वजह से मौत होना थोड़ी मुश्किल है और जब प्रियंका का परिवार प्रियंका की मौत का सदमा झेल ही रहा था कि तभी उनके साथ एक और घटना घट जाती है ?
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Note
क्या आप एक ऐसी स्टोरी के बारे में जानते हैं जहां पर लड़की ने अपने चचेरे देवर से अवैध संबंधों के चलते अपने ही पति की बेरहमी से हत्या कर दी पूरी स्टोरी के लिए यहां क्लिक करें।
प्रियंका की बहन दिव्या गई कोमा में
दोस्तों प्रियंका के घर वाले प्रियंका के शौक से जब तक बाहर निकलते उससे पहले ही उनको एक और गहरा सदमा लगा क्योंकि प्रियंका की मौत के कुछ ही दिनों के बाद उसकी बड़ी बहन दिव्या के भी बाल अचानक झड़ने लगे और उसकी तबीयत खराब हो गई और एक या दो दिन के अंदर ही दिव्या की तबीयत बहुत ही ज्यादा बिगड़ गई इसीलिए उसकी बिगड़ती तबीयत को देखकर देवेंद्र के दामाद वरुण के द्वारा उसे गंगाराम हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया.
हालांकि वहां पर उसका इलाज करने की पूरी कोशिश की गई लेकिन वो इलाज दिव्या पर कोई काम नहीं कर पाया और दिव्या कोमा में चली जाती है अब ये बात जानकर दिव्या के माता-पिता को बहुत ही ज्यादा भयंकर सदमा लगा क्योंकि वो पहले अपनी एक बेटी को तो खो ही चुके थे और अब उन्होंने अपनी दूसरी बेटी को भी खो ही दिया था.
क्योंकि अब दिव्या के होश में आने की संभावना न के बराबर थी और दोस्तों इस घटना के महज कुछ ही दिन बाद उनके साथ एक ऐसी घटना घटी है जिसके बाद तो देवेंद्र पूरी तरह से टूट ही जाते हैं ( अगर आप क्राइम स्टोरीज में रुची रखते है तो आपको एक बार ये बुक जरुर पढ़नी चाहिये )
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देवेंद्र की पत्नी अनीता की हुई मौत
दोस्तों एक और तो देवेंद्र ने अपनी छोटी बेटी को खो दिया फिर अपनी दूसरी बेटी को भी कुछ ही दिनों बाद खो दिया और अब 4 मार्च को उनकी पत्नी की भी तबीयत भयंकर खराब हो गई जिसकी वजह से उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा और वहां पर 21 मार्च को उनकी पत्नी अनीता भी अपना दम तोड़ देती है और उसकी भी मौत हो जाती है और ये बात जानकर देवेंद्र पूरी तरह से टूट चुके थे अब वो स्ट्रेस में जा चुके थे |
देवेंद्र मोहन शर्मा की हुई तबीयत खराब
दोस्तों देवेंद्र मोहन शर्मा की पत्नी अनीता की मौत के एक या दो दिन के बाद ही देवेंद्र मोहन शर्मा की भी तबीयत एक दिन अचानक खराब हो जाती है उनके अचानक ही बाल झड़ने लगते हैं और उन्हें अपनी ये हालत देखकर अपने सामने मौत दिखाई दे रही थी लेकिन वो चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते थे,
क्योंकि ना तो वो पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवा सकते थे और ना ही वो इस बीमारी के बारे में पता लगा पा रहे थे कि अचानक उनके सभी परिवार वालों की मौत कैसे हो रही थी और दोस्तों जब उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तब वो अपने एक डॉक्टर दोस्त से मिलते हैं और उन्हें सारी बातें बताते हैं जिसके बाद वो डॉक्टर दोस्त उन्हें अपना टॉक्सिक टेस्ट करवाने के लिए बोलता है.
दोस्तों मैं आपको बता दूं कि टॉक्सिक टेस्ट में इस बात का पता चलता है कि इंसान के शरीर में कोई जहरीला केमिकल या फिर कोई जहर तो नहीं है।
टॉक्सिक टेस्ट ने किया देवेंद्र को हैरान
दोस्तों अपने दोस्त की बात मानकर जब देवेंद्र ने अपना टॉक्सिक टेस्ट करवाया तब जो रिपोर्ट में सामने आया वो जानकर काफी ज्यादा हैरान हो गए और उन्हें पता चल गया कि ये कोई मौत नहीं थी बल्कि ये हत्या थी और उनके परिवार को मारने की सोची समझी साजिश रची गई थी क्योंकि रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि देवेंद्र मोहन शर्मा के शरीर में थैलियम जहर है दोस्तों थैलियम जहर काफी ज्यादा खतरनाक तो होता ही है.
इसके अलावा इस जहर की एक खास बात ये है कि ये जहर काफी धीरे-धीरे असर करता है और इसे खिलाने के कई दिनों के बाद ये अपना असर दिखना शुरू करता है जैसे की बालों का झड़ना हाथ पैरों का सुन्न होना और सोचने समझने की क्षमता में कमी आना और लास्ट में इंसान की मौत हो जाती है और दोस्तों जब डॉक्टर को शर्मा जी के शरीर में थैलियम जहर की मात्रा के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत इस जहर का एंटीडोट दिया.
जिससे कि उनकी तबीयत करीब 10 से 15 दिनों के बाद फिर से सही हो गई लेकिन अब जो वो करने वाले थे इसने तो हमारी इस पूरी कहानी को ही मोड कर रख दिया और जो अपराधी सामने आया उसने सबसे पवित्र रिश्ते को ही हिलाकर रख दिया।
देवेंद्र मोहन शर्मा ने लिखवाई अपने दामाद के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट
दोस्तों जब देवेंद्र मोहन शर्मा की तबीयत में कुछ सुधार हुआ तब उन्होंने अपने दामाद के खिलाफ नजदीकी पुलिस थाने में 23 मार्च 2021 को रिपोर्ट लिखवाई क्योंकि उन्हें अपने दामाद पर उसके अजीब व्यवहार की वजह से सक था और वो ये जान चुके थे कि उनके परिवार की हत्या करने के पीछे शायद उसके दामाद का ही हाथ है और दोस्तों पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवाने के बाद पुलिस इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत वरुण अरोड़ा को हिरासत में लेती है और उससे पूछताछ करती है.
लेकिन वरुण अरोड़ा से पूछताछ के दौरान पुलिस को कोई भी सटीक जानकारी नहीं मिल पाती है जिसके बाद पुलिस वरुण अरोड़ा को छोड़ देती है और अगले दिन उसे उसका टॉक्सिक टेस्ट करवाने को बोलती है क्योंकि अगर उनके पूरे परिवार को मारने की साजिश की हो गई होगी किसी भारी व्यक्ति के द्वारा तो वरुण अरोड़ा को भी जहर की मात्रा जरूर दी गई होगी |
पुलिस ने किया सारे मामले का खुलासा
दोस्तों जब पुलिस वरुण अरोड़ा से पूछताछ करने के बाद उसे घर जाने के लिए बोल देती है और उसे उसका टॉक्सिक टेस्ट करवाने के लिए बोलती है तब वो घर जाकर थोड़ी सी थैलियम जहर की मात्रा पी लेता है ताकि उस पर कोई शक ना कर सके लेकिन दोस्तों जब अगले दिन पुलिस के द्वारा वरुण अरोड़ा का टॉक्सिक टेस्ट करवाया गया तब रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि वरुण अरोड़ा को आज या कल के अंदर ही जहर दिया गया है
इससे पहले वो बिल्कुल नॉर्मल थे और पुलिस ये बात जानकर तुरंत समझ गई कि इस पूरे कांड का मुजरिम वरुण अरोड़ा ही है इसीलिए वो तुरंत वारंट निकलती है और वरुण अरोड़ा के घर की तलाशी लेती है जहां पर पुलिस को थैलियम जहर की सीसी मिलती है जिसके बाद पुलिस तुरंत वरुण अरोड़ा को गिरफ्तार करती है और अपने हिसाब से पूछताछ करती है और पुलिस के हिसाब से पूछताछ करने पर वरुण अरोड़ा अपना जुल्म का बोलता है और इस सारे मामले का खुलासा करता है।
Note
क्या आप जानते हैं कि एक लड़की ने अपने पिता की चाकू खोकर हत्या कर दी फिर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर दिए पूरी स्टोरी के लिए यहां क्लिक करें |
वरुण अरोड़ा ने बताया कि कैसे उसने अपने पूरे ससुराल वालों को खत्म किया
दोस्तों जब वरुण अरोड़ा से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की उसने सारे मामले का खुलासा किया और वो पुलिस को बताता है कि इस हत्याकांड से करीब 12 साल पहले मेरी शादी देवेंद्र मोहन शर्मा की बेटी दिव्या से हुई थी और उस समय बिल्कुल सब कुछ सही था और हमारे परिवार में पैसे के मामले में भी कोई दिक्कत नहीं थी
लेकिन शादी के 7 साल बीत जाने के बाद भी हमें बच्चों की खुशी नहीं मिल पाई इसके बाद हमने आईवीएफ की मदद ली और दिव्या को दो जुड़वा बच्चे पैदा हुए जिसमें एक लड़की और दूसरा लड़का था और जब सब कुछ सही चल रहा था तभी इस घटना के करीब 4 साल बाद मेरे पिता की मौत हो जाती है.
जिसके कुछ ही दिनों के बाद दिव्या अचानक प्रेग्नेंट हो जाती है और ये जानकर मुझे बहुत ज्यादा खुशी हुई कि अचानक बिना आईवीएफ की मदद से ये कैसे हुआ इसीलिए मुझे ये चमत्कार लगा की मेरे पिता दिव्या के पुत्र के रूप में पुनर्जन्म लेना चाहते हैं इसीलिए मैं किसी भी कीमत पर इस बच्चे को प्राप्त करना चाहता था लेकिन डॉक्टर ने मुझे बताया कि अगर दिव्या इस बच्चे को जन्म देती है तो उसकी मौत हो सकती है लेकिन मुझे ये बच्चा चाहिए था
लेकिन मेरी मर्जी के खिलाफ जाकर मेरे ससुराल वालों ने जबरदस्ती मेरी पत्नी का अबॉर्शन करवा दिया और मेरे पिता का पुनर्जन्म नहीं होने दिया जिससे मुझे बहुत ही ज्यादा गुस्सा आया और मैं अपने पिता की तरफ से इनसे बदला लेना चाहता था इसीलिए मैंने एक प्लान बनाया और मैंने ढाई लाख रुपए का थैलियम जहर खरीद और 31 जनवरी 2021 को अपने ससुराल इंदिरापुरी पहुंचा और वहां पर जाकर मैंने करीब 3:00 बजे अपने हाथों से फिश करी बनाई और सभी ससुराल वालों को खिलाई.
हालांकि उस समय मेरी साली प्रियंका घर पर नहीं थी लेकिन जब वो लौटी तो मैंने उसे भी किसी बहाने से फिश करी खिलाई लेकिन मैंने फिश करी नहीं खाई और ना ही मैंने अपने बच्चों को फिश करी खाने दी मैंने बहाना बनाया कि मेरे दांत में दर्द है और बच्चों को ये बोलकर नहीं खाने दी कि अभी-अभी इन्होंने दूध पिया है.
इसीलिए उन्हें वोमिटिंग हो सकती है लेकिन मैंने अपने पूरे ससुराल वालों को फिश करी खिला दी जिसमें मैंने थैलियम जहर मिला रखा था और थैलियम जहर के बारे में मैं ये बात जानता था कि ये धीरे-धीरे असर करता है और काफी दिनों के बाद अपना रंग दिखता है इसीलिए मुझ पर कोई भी शक नहीं कर पाएगा और इसी वजह से मैंने एक-एक करके अपने पूरे ससुराल वालों को तड़पा तड़पा कर मार दिया.
लेकिन पता नहीं ये बुड्ढा देवेंद्र मोहन शर्मा कैसे बच गया और मैं पुलिस के चक्कर में फँस गया लेकिन दोस्तों यहां पर ये बात बिल्कुल भी क्लियर नहीं है कि वरुण अरोड़ा के पिता का पुनर्जन्म होने वाला था या नहीं लेकिन उसके अंधविश्वास के चलते उसने तीन लोगों की जिंदगियां ले ली और तीन लोगों की हत्या के मामले में आज वरुण अरोड़ा जेल की सलाखों के पीछे अपने गुनाहों की सजा काट रहा है वैसे आपका इस पूरी स्टोरी के बारे में क्या बोलना है हमें कमेंट करके जरूर बताना और ऐसे ही मजेदार स्टोरी के लिए आप हमारे चैनल से भी जुड़ सकते हैं यहां पर क्लिक करके |
मैं विकास राजपूत आपका अपनी वेबसाइट पर स्वागत करता हूं यहां पर आपको मैं काफी ज्यादा बेहतरीन और यूनिक कंटेंट देने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जिस विषय पर लिखता हूं उसकी मैं पहले बहुत ज्यादा रिसर्च करता हूं उसके बाद ही लिखता हूं इसीलिए आप मुझ पर आँख बंद करके विश्वस कर सकते है |