26 अक्टूबर 2022 को मध्य प्रदेश पुलिस के पास एक कॉल आता है जिसमें सामने वाला व्यक्ति बताता है कि यहां पर निबिहा में नाले के पास एक बोरी पड़ी है जिससे काफी तेज बदबू आ रही है इतना सुनते ही पुलिस मौके पर पहुंची तब पुलिस पाती है कि वहां पर एक व्यक्ति का बिना धड़ के शव पड़ा है और उसके पास एक पॉलिथीन बैग पड़ा है जिसे जब पुलिस ने खोला तब उस बैग के अंदर पुलिस को एक व्यक्ति का कटा हुआ सर मिला….
हालांकि दोस्तों लाश की हालत बहुत ज्यादा बिगड़ चुकी थी ऐसा लग रहा था कि इसकी हत्या काफी महीने या फिर काफी सालों पहले की गई थी लेकिन कौन था ये व्यक्ति और इस व्यक्ति की इतनी ज्यादा बेरहमी से हत्या क्यों की गई चलिए जानते हैं आज कि इस मजेदार पोस्ट में तो नमस्कार दोस्तों मैं हूं विकास राजपूत |
एक पत्नी की अय्याशी की कहानी
कहानी की शुरुआत
दोस्तों हमारी इस कहानी की शुरुआत होती है मध्य प्रदेश के निबिहा कस्बे से जहां पर पुलिस को एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिलती है बिना धड़ के….
लेकिन इस केस की गंभीरता को देखते हुए इस केस को तुरंत क्राइम ब्रांच को शौक दिया गया और क्राइम ब्रांच इस केस की छानबीन करने लगी |
ये लाश निकली 17 महीने पुरानी
दोस्तों जब मामले की गंभीरता को देखते हुए मामला क्राइम ब्रांच तक पहुंचा तब क्राइम ब्रांच में इस मामले की गहराई से छानबीन की और सबसे पहले क्राइम ब्रांच ने इस लाश को फॉरेसिक लेब भेज दिया जहां पर इस लाश की पोस्टमार्टम की गई और क्राइम ब्रांच ने आसपास के इलाकों की भी गहराई से छानबीन की लेकिन उन्हें आसपास के इलाकों से कुछ भी हाथ नहीं लगा.
हालांकि दोस्तों पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात साफ हुई थी यह लाश कोई एक या दो महीने पुरानी नहीं है बल्कि करीबन एक से डेढ़ साल पुरानी है और इस व्यक्ति की हत्या करने से पहले इस व्यक्ति को जहर दिया गया है हालांकि क्राइम ब्रांच के सामने अब सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो चुका था कि जब इस व्यक्ति को मारने के लिए जहर दिया गया है.
तब भी इसकी गर्दन को अलग करने की जरूरत क्यों पड़ी और इस शव को 17 महीना तक कहां छुपा कर रखा गया और यह व्यक्ति कौन था हालांकि यहां पर क्राइम ब्रांच के लिए सवाल तो काफी सारे थे लेकिन उनके पास उस समय केवल एक ही जवाब था वह थी यह लाश |
क्राइम ब्रांच ने की लाश की पहचान
दोस्तों क्राइम ब्रांच का पहला काम था इस लाश की पहचान करना इसीलिए क्राइम ब्रांच ने आसपास के पुलिस थानों में लाश की फोटो सेंड की और जब लोगों को ये इस केस के बारे में बात चल तब यह केस सोशल मीडिया पर भी आग की तरफ फैल गया जिससे की पुरे सोशल मीडिया पर इस लाश की फोटो छा गई और इसी वजह से एक गुप्त सूचना के तहत पुलिस के द्वारा इस लाश की पहचान एक दिन के अंदर ही कर ली गई और इस लास्ट की पहचान ऊमरी गांव में रहने वाले 42 साल के एक रामसुशील पाल नामक व्यक्ति से हुई |
पुलिस पहुंची राम सुशीलपाल के घर
दोस्तों जब इस लाश की पहचान हो गई तब पुलिस तुरंत अगले ही दिन ऊमरी गांव में पहुंची और ऊमरी गांव में पहुंचने के बाद पुलिस को पता चला कि रामसुशील उमरी गांव में रहने वाला एक किसान का बड़ा बेटा है और इसके दो भाई और भी है और ये हमेशा कई कई दिनों तक अपने घर से बाहर रहा करता था और राम सुशील ने दो शादियां की थी.
जिसकी पहली पत्नी ने आत्महत्या की थी और इसके करीबन 4 साल बाद उसने एक और लड़की( रचना) के साथ शादी कर ली और जब दोनों के बीच सब कुछ सही चल ही रहा था लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरता जा रहा था तब दोनों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही थी और आपस में झगड़ा भी बढ़ते जा रहे थे.
जिसका कारण था उसकी दूसरी पत्नी की कम उम्र क्योंकि उसकी दूसरी पत्नी की उम्र उसकी शादी के समय काफी ज्यादा कम थी और उसे संबंध बनाने की काफी ज्यादा तड़प रहती थी लेकिन जब उसने एक बच्चा पैदा कर दिया तब तो उसकी रिलेशन बनाने की तड़प और भी ज्यादा पड़ गई.
लेकिन राम सुशील हमेशा अपने गांव से बाहर ही रहता था इसीलिए वह अपनी पत्नी को ज्यादा समय नहीं दे पता था इसीलिए उनके बीच में मन मुटाव काफी ज्यादा बढ़ गया और उधर उसकी पत्नी की भी तड़प काफी ज्यादा बढ़ गई.
हालांकि दोस्तों यही एक ऐसी वजह थी जो की लास्ट में जाकर उनकी मौत की वजह बनेगी…..
हालांकि दोस्तों पिछले डेढ़ साल से राम सुशील के गांव के किसी भी व्यक्ति ने राम सुशील को नहीं देखा था और जब कोई भी व्यक्ति उसकी पत्नी रचना से पूछता था कि राम सुशील कहां है तब वह बताती थी कि राम सुशील किसी काम से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर गए हैं और दोस्तों पुलिस को छानबीन के दौरान ये बातें बता चली की राम सुशील के माता-पिता को भी राम सुशील के बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं थी.
राम सुशील के माता-पिता जब अपनी बहू रचना से पूछते थे कि उनका बेटा कब आएगा तब वह बताती थी कि उनका बेटा मिर्जापुर में किसी काम से गया है और वह थोड़े दिन बाद आ जाएगा लेकिन दोस्तों जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तब उसने बताया कि उसे उसके पति के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है |
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रचना पर हुआ पुलिस को शक रचना को किया गया गिरफ्तार
दोस्तों जब पुलिस ने ऊमरी गांव में राम सुशील के बारे में पूछताछ की तब उसके घर वालों से पूछताछ करने के दौरान क्राइम टीम को रचना पर शक हुआ और ऐसे सबूत रचना के खिलाफ क्राइम टीम को हाथ लगे जिससे कि क्राइम टीम की शक की सुई केवल रचना पर ही घूम रही थी…..
इसी वजह से एक या दो दिन के बाद ही पुलिस ने रचना को अपने पुलिस थाने में पूछताछ करने के लिए बुलाया लेकिन दोस्तों क्राइम टीम की रचना से बातचीत के दौरान क्राइम टीम का शक यकीन में बदल गया और उन्हें पता चल चुका था की रचना ने ही उसके पति की हत्या की है इसीलिए क्राइम टीम ने उससे पूछताछ की जिससे की रचना ने अपना सारा जुल्म को कबुला और उसने कैसे इस घटना को अंजाम दिया यह सारी बातें बताई |
रचना ने बताई पूरी हत्याकांड की सच्चाई
दोस्तों जब पुलिस के द्वारा रचना को गिरफ्तार किया गया तब रचना ने अपना सारा जुल्म कबूल कर लिया और उसने क्राइम टीम को पूरे हत्याकांड की सच्चाई बताई और उसने बताया कि राम सुशील एक आयाश प्रकार का व्यक्ति था वो हमेशा शराब के नशे में रहता था और वह अपनी पहली पत्नी से काफी ज्यादा मारपीट करता था इसी वजह से उसकी पहली पत्नी ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली…..
इसके बाद करीबन 4 साल बाद उसने मुझसे दूसरी शादी की लेकिन उस समय मेरी उम्र काफी ज्यादा कम थी और शादी के करीब कुछ दिनों के बाद तक तो हमारे बीच सब कुछ सही चला लेकिन उसके बाद राम सुशील ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया वह हमेशा शराब के नशे में पड़ा रहता था और कई कई दिनों तक घर से बाहर रहता था और जब उससे शराब छोड़ने के लिए कहती थी तब वह मुझे मारता पिटता था.
और वो मुझे बिल्कुल भी टाइम नहीं देता था इसीलिए मैं अपनी बढ़ती हुई जवानी पर कंट्रोल नहीं कर पाई और इसी वजह से मैंने राम सुशील को छोड़कर उसके छोटे भाई गुलाब से नजदीकियां बढ़ा ली और उसके साथ अवैध संबंध रखने लगी और उसके साथ शारीरिक संबंधी बनाने लगी जिससे कि मैं अपनी मन की सारी हसरतें राम सुशील को छोड़कर गुलाब के साथ पूरी करने लगी और हम दोनों एक दूसरे के प्यार में काफी ज्यादा खो चुके थे |
गुलाब के माता-पिता ने करवाई गुलाब की शादी
रचना बताती है कि जब हमारे अवैध संबंध काफी ज्यादा बढ़ने लगे तब एक दिन अचानक गुलाब के माता-पिता को हमारी सच्चाई के बारे में पता चल जाता है इसीलिए वो हमें काफी ज्यादा समझाने की कोशिश करते हैं लेकिन हम फ़िर भी नहीं मानते हैं जिससे कि वो गुलाब की शादी करवा देते हैं लेकिन गुलाब का रवैया अभी मेरे प्रति वही था.
वह अभी अपने नई नवेली दुल्हन के करीब बिल्कुल भी नहीं रहता था और वह अपनी नई नवेली दुल्हन को छोड़कर मेरे साथ ही ज्यादा टाइम बिताया करता था हमेशा मेरे साथ ही रहा करता था और मुझसे ही संबंध बनाया करता था लेकिन एक दिन ये बात मेरे पति राम सुशील को पता चल जाती है कि मेरे और गुलाब के बीच अवैध संबंध है |
गुलाब और रचना ने रची राम सुशील की हत्या की साजिश
दोस्तों रचना बताती है कि राम सुशील को जब हमारे अवैध संबंधों के बारे में पता चला तब वह उसी रात को काफी ज्यादा शराब पीकर घर आया और उसने मुझे काफी ज्यादा पिटा लेकिन जब यह बात गुलाब को पता चली तो उसे काफी ज्यादा गुस्सा आया और उसने एक प्लान बनाया राम सुशील को रास्ते से हटाने का और उस प्लान को अंजाम देने के लिए उसने मई 2021 की शाम को मुझे कहीं से जहर लाकर दिया.
और फ़िर मैंने राम सुशील के लिए अपने हाथों से समोसे बनाएं जिसके अंदर मैनें जहर मिला दिया और उसी शाम को मैंने राम सुशील को अपने हाथों से जहर वाले समोसे खिलाएं और जब राम सुशील समोसे खाकर अपने कमरे में सोने चला गया तब मैंने उसी रात को करीबन 12:00 से 1:00 बजे के बीच में राम सुशील को संभाला….
तब उसकी मौत हो चुकी थी उसके बाद मैंने अपने आशिक गुलाब को कॉल किया और गुलाब तुरंत वहां पर पहुंच गया हालांकि हमारे इस काम में गुलाब के छोटे भाई अंजनी पाल ने भी हमारा साथ दिया क्योंकि अंजनी पाल और रामसुशील की बिल्कुल भी नहीं पटती थी एक जमीनी विवाद के चलते इसीलिए हम तीनों ने मिलकर राम सुशील के शरीर से उसके सर को अलग कर दिया और राम सुशील के धड़ को अलग कर दिया.
ताकि अगर वो जीवित हो तब भी वह जीवित ना रहे पाए फिर हमने राम सुशील की लाश को एक बोरी में डाला और उसके सर को एक पॉलिथीन के बैग में डाला फिर हमारे चाचा के खेत के सुनसान पड़े भूसे वाले कमरे में उसके शव को छुपा दिया हालांकि इस काम में हमारे चाचा और उनके दो बेटों ने भी मदद की थी क्योंकि उनकी की भी राम सुशील से बिल्कुल भी नहीं पटती थी एक जमीनी विवाद के चलते और राम सुशील ने उनकी भरी पंचायत में बेचती भी की थी.
इसीलिए अपनी बेचती का बदला लेने के लिए वो हमारे साथ मिल गए और हमने करीबन 17 महीना तक उन शव को वहीं छुपा कर रखा लेकिन गुलाब रोज-रोज ये सोचकर परेशान रहता था कि कहीं अगर किसी को वह शव मिल गया तब उसकी पोल बाहर आ जाएगी लेकिन करीबन 17 महीने बाद एक दिन अचानक हमारे चाचा हमें बोलते हैं….
कि तुम उस लाश को हमारे भूसे वाले कमरे से हटाओ क्योंकि हमें और भूसा डालना है और यह बात बाहर आ जाएगी तो हमें जेल हो सकती है लेकिन जब गुलाब उस लाश हटाने से मना कर दिया तब उन्होंने हमें धमकी दी कि अगर वह वहां से लाश नहीं हटाएंगे तब वह पुलिस को सारी घटना के बारे में बता देंगे.
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जिससे कि हमने घबराकर 25 अक्टूबर 2022 की रात को उसे लाश को भूसे वाले कमरे से निकलकर निबिता गांव के पास के एक नाले में फेंक दिया और घर जाकर आराम से सो गए लेकिन जब पुलिस को वह लाश मिलने की बात गुलाब तक पहुंची तब गुलाब काफी ज्यादा घबरा गया और उसने मुझे भी कहा कि पुलिस हमें कैसे भी करके ढूंढ लेगी लेकिन हमें किसी भी हालत में अपना जुल्म कबुला नहीं करना है और उसने मुझे सचेत कर दिया |
लेकिन मैं सचेत नहीं हो पाई जिसकी वजह से आपने मुझे पकड़ लिया क्योंकि मैंने सोचा कि ये लाश 17 महीने पुरानी है और शायद ही आप इस लाश के बारे में पहचान कर पाएंगे हालांकि दोस्तों ये पूरी स्टोरी सुनकर पुलिस के द्वारा इस अपराध में जो जो भी व्यक्ति शामिल थे उन सभी को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें जेल में भेज दिया गया और आज यह सभी अपराधी जेल की सलाखों के पीछे अपने गुनाहों की सजा काट रहे हैं |
वैसे आपका इस पूरी घटना के बारे में क्या बोलना है नीचे कमेंट सेक्शन और अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों से शेयर जरूर करें |
मैं विकास राजपूत आपका अपनी वेबसाइट पर स्वागत करता हूं यहां पर आपको मैं काफी ज्यादा बेहतरीन और यूनिक कंटेंट देने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जिस विषय पर लिखता हूं उसकी मैं पहले बहुत ज्यादा रिसर्च करता हूं उसके बाद ही लिखता हूं इसीलिए आप मुझ पर आँख बंद करके विश्वस कर सकते है |
1 thought on “Real Crime Story In Hindi: एक पत्नी की अय्याशी की कहानी,देवर के साथ मिलकर की पति की हत्या लाश को छुपाया 17 महीनों तक”