छावला रेप केस की सच्चाई अपराधियों ने आँखों में डाला था तेज़ाब, गैंग रैप करने के बाद अपराधियों ने घुसाई थी प्राईवेट पार्ट में गर्म लोह का ओजार और एक टूटी हुयी बियर की बोतल

9 फरवरी 2012 को एक 19 साल की लड़की अपने ऑफिस से अपने घर के लिए निकलती है लेकिन वह लड़की कभी भी अपने घर नहीं पहुंच पाती है और इस घटना के कुछ दिनों बाद उस लड़की की लाश दिल्ली पुलिस को एक सुनसान जगह से मिलती है और जब पुलिस ने उस लाश का पोस्टमार्टम किया तो पता चला कि इस लड़की का गैंग रेप किया गया है और अपराधियों ने इसकी पहचान छुपाने के लिए इस लड़की को जिंदा जलाया है.

और एक बीयर की बोतल को फोड़कर उसके कांच इस लड़की के शरीर में जगह-जगह घुसाए गए हैं और यहां तक कि अपराधियों ने एक गर्म लोहे के औजार को इस लड़की के प्राइवेट पार्ट में घुसाकर इसकी जान ली है और दोस्तों इससे भी ज्यादा दिल दहलाने वाली बात यह है कि जब इस गुमशुदा लड़की के माता-पिता ने पुलिस थाने में इस लड़के के गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाई.

तब पुलिस ने ये बोलकर मामले को वहीं का वहीं रफा दफा कर दिया कि फिलहाल उनके पास उनकी कार नहीं है और जब उनके कार आ जाएगी तब वो उनकी लड़की को ढूंढने की कोशिश करेंगे हालांकि दोस्तों जब उस लड़की की लाश पुलिस को मिली तब पुलिस ने तीनों अपराधियों को गिरफ्तार भी किया और कोर्ट के द्वारा उन्हें फांसी की सजा भी दी गई.

लेकिन लेकिन इन अपराधियों ने पैसों की दम पर सुप्रीम कोर्ट में अपील की जहां से इन्हें बेगुना करार दिया गया और उन्हें आजाद कर दिया गया तो चलिए आज की इस मजेदार पोस्ट में जानते हैं एक 19 साल की लड़की की दिल दहलाने वाली स्टोरी के बारे में तो नमस्कार दोस्तों मैं हूं विकास राजपूत

छावला रेप केस की सच्चाई

कहानी की शुरुआत

दोस्तों हमारी इस कहानी की शुरुआत होती है दिल्ली के छावला कस्बे से जहां पर एक 19 साल की लड़की रोशनी हालांकि इस लड़की का यह परिवर्तित नाम है इस लड़की का वास्तविक नाम नहीं है वह अपने पूरे परिवार के साथ रहती थी इसके पिता एक गार्ड की नौकरी किया करते थे और यह लड़की गुड़गांव के एक ऑफिस में काम क्या करती थी लेकिन दोस्तों जब यह लड़की 9 फरवरी 2022 को अपने ऑफिस का अपना काम खत्म करके अपने घर की तरफ लौट ही रही थी कि तभी इस लड़की के साथ एक ऐसी घटना हो जाती है जिसे सुनकर आप सच में चौंक जाएंगे।

लड़की का हुआ अपहरण

दोस्तों जैसे ही रोशनी अपने ऑफिस का काम खत्म करके अपने घर की तरफ जल्दी-जल्दी लौट रही थी तभी कुछ ही दूर पहुंचने के बाद एक लाल रंग की इंडिका गाड़ी के द्वारा उसका रास्ता रोक लिया जाता है और उस गाड़ी से तुरंत तीन बदमाश बाहर निकलते हैं जो कि उस लड़की को जबरदस्ती अपनी गाड़ी के अंदर डालकर दिल्ली से बाहर ले जाते हैं.

लड़की के माता-पिता ने लिखवाई पुलिस में रिपोर्ट

दोस्तों अब उस लड़की का अपहरण हुआ है काफी टाइम हो चुका था और वह लड़की जिस टाइम पर अपने घर आती थी उस टाइम के काफी देर बाद तक भी जब वह लड़की अपने घर नहीं पहुंची तब उसके माता-पिता को उसकी काफी ज्यादा फिक्र होने लगी और वह उस लड़की को ढूंढने के लिए निकल पड़े लेकिन दोस्तों काफी ज्यादा प्रयास करने के बाद भी उन्हें अपनी बेटी के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई.

छावला रेप केस की सच्चाई अपराधियों ने आँखों में डाला था तेज़ाब, गैंग रैप करने के बाद अपराधियों ने घुसाई थी प्राईवेट पार्ट में गर्म लोह का ओजार और एक टूटी हुयी बियर की बोतल

लेकिन उन्होंने अपने दम पर ये जानकारी निकाल ली थी कि उनकी बेटी का अपहरण हुआ है और अपराधी उसे अपनी गाड़ी के अंदर डालकर दिल्ली से बाहर लेकर गए हैं उसके माता-पिता ने घबराकर दिल्ली पुलिस थाने में अपनी बेटी के गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाई लेकिन उस समय पुलिस ने यह बोलकर मामले को रफ्ता दफा कर दिया….

कि अभी अपराधियों को पकड़ने के लिए हमारे पास गाड़ी नहीं है हमारी गाड़ी सर्विस पर गई हुई है जैसे ही हमारी गाड़ी आ जाएगी तब हम तुरंत उनकी बेटी को ढूंढने का प्रयास करेंगे और ऐसा बोलकर उन्हें वापस घर भेज दिया जाता है |

अपराधियों ने की लड़की के साथ दरिंदगी और किया लड़की का बलात्कार

उधर दोस्तों वो अपराधी अब उस लड़की को लेकर हरियाणा के रेवाड़ी के आसपास पहुंच चुके थे और क्योंकि वो तीनों ही अपराधी हरियाणा के रेवाड़ी के आसपास के ही इलाकों के रहने वाले थे इसीलिए वो वहां के हर एक कच्चे रास्ते को भी जानते थे इसीलिए वो एक जंगली रास्ते की तरफ जाने लगते हैं लेकिन उससे पहले वो एक शराब के ठेके पर रुकते हैं और वहां से काफी शराब लेते हैं.

छावला रेप केस की सच्चाई अपराधियों ने आँखों में डाला था तेज़ाब, गैंग रैप करने के बाद अपराधियों ने घुसाई थी प्राईवेट पार्ट में गर्म लोह का ओजार और एक टूटी हुयी बियर की बोतल

फिर शराब पीते पीते उस लड़की के साथ दरिंदगी करने लगते हैं पहले यह तीनों अपराधी उस लड़की के सभी कपड़े फ़ाड़ते हैं फिर बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार करने लगते हैं और तीनों अपराधियों ने उस मासूम के जिस्म को बहुत ज्यादा नोच और उसके जिस्म पर जगह-जगह है दांतों से काटा हालांकि वह मासूम अपने बचाव के लिए चिल्लाती रही चीखती रही अभी लेकिन अभी भी इन दरिंदों का मन नहीं भरा था…

अब जो वो उस लड़की के साथ करने वाले थे वह सुनकर आपके पैरों के नीचे से जमीन ही निकल जाएगी और आपकी रूह काँप जाएगी क्योंकि अब वो बेचारी लड़की पानी पानी चिल्ला रही थी लेकिन अपराधियों ने उस लड़की को पानी नहीं पिलाया बल्कि एक पानी से भरे हुए मटके को कहीं से लेकर आते हैं और उस मटके को उस लड़की के सर पर दे मारते है और उस लड़की के सर पर मारकर उस मटके को फोड़ देते हैं……

और फिर अपनी गाड़ी से एक लोहे का चेक और एक पाना निकला फिर उन दोनों चीजों से उस लड़की के शरीर पर कई बार वार किए और जब वह लड़की अर्थ बेहोश की हालत में पहुंच गई तब भी दरिंदों ने उसपर रहम नहीं खाई बल्कि अब वो उस लड़की के साथ और भी ज्यादा दरिंदगी हरकत करने लगे और अब उन्होंने अपनी गाड़ी के साइलेंसर से लोहे के औजारों को गर्म किया और फिर गर्म लोहे के औजार को उस लड़की के जगह-जगह लगा दिए ताकि उस लड़की की कोई पहचान ना कर सके.

और फिर एक गर्म लोहे की सरियानुमा किसी औजार को उस लड़की के प्राइवेट पार्ट में भी घुसा दिया इसके बाद उन्होंने एक कांच की बीयर की बोतल तोड़ी फिर उस लड़की के शरीर पर जगह-जगह उस बियर की बोतल से चीरे लगा दिए और उस बियर की बोतल को उस लड़की के प्राइवेट पार्ट में भी घुसा दिया…

हालांकि दोस्तों पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये बात भी साफ हुई कि इस लड़की के साथ जब ये सब कुछ किया गया तब वह लड़की जीवित थी और लास्ट में अपराधियों ने जब वह लड़की मृतक हालत में पहुंच चुकी थी तब अपनी कार की बैटरी में से तेजाब निकाला और उसकी आंखों में डाल दिया जिससे कि उस लड़की की तड़प तड़प कर मौत हो गई उसके बाद अपराधी उस लड़की को लाश को वहीं छोड़कर चले गए।

पुलिस को मिली मासूम लड़की की लाश

दोस्तों जब वो अपराधी उस लड़की की लाश को वहीं छोड़कर चले गए तब इस घटना के एक या दो दिन बाद पुलिस को उस लड़की की लाश एक सूचना के तहत मिलती है और जब पुलिस ने इस लाश को देखा तो पुलिस भी इस लाश को देखकर चौंक गई और पुलिस इस मामले की छानबीन करने लगी और इस लाश को पोस्टमार्टम करने के लिए भेज दिया गया और जब इस लाश का पोस्टमार्टम किया गया.

तब इस लड़की के साथ जो भी दरिंदगी की गई थी वह सभी बातें सामने आई और पोस्टमार्टम में सामने आया कि कैसे इस लड़की के प्राइवेट पार्ट में लोहे की गर्म चीज गुसाई गई है और फिर एक टूटी हुई कांच की बोतल घुसाई गई है और कैसे इस लड़की को तड़पा तड़पाकर बेरहमी से मारा गया है और दोस्तों पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में इस लड़की की पहचान रोशनी के रूप में हुई |

पुलिस के द्वारा किया गया आरोपियों को गिरफ्तार

दोस्तों जब यह पूरा मामला बाहर आया तब महिलाएं और पुरुष हाथों में मामबत्तियां लेकर रोशनी को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर निकल पड़े और जगह-जगह उन्होंने प्रदर्शन किया और रोशनी के अपराधियों को फांसी देने की मांग की जिससे कि दोस्तों पुलिस ने इस बढ़ते हुए मामले को शांत करने के लिए इस पूरे मामले की गहराई से छानबीन की और पुलिस के द्वारा उस कार की भी पहचान की गई

छावला रेप केस की सच्चाई अपराधियों ने आँखों में डाला था तेज़ाब, गैंग रैप करने के बाद अपराधियों ने घुसाई थी प्राईवेट पार्ट में गर्म लोह का ओजार और एक टूटी हुयी बियर की बोतल

और कार के द्वारा ही उन तीनों आरोपियों की भी पहचान की गई और इन तीनों ही आरोपियों को हरियाणा के रेवाड़ी से गिरफ्तार कर लिया गया जिनके नाम राहुल,रवि और विनोद था जो की एक कार ड्राइवर थे और पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया और इनसे पूछताछ की और इन तीनों ही आरोपियों से जब पुलिस ने अपने हिसाब से पूछताछ की तब ये अपना जुल्म कबुलते हैं और इन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने उस लड़की का गैंग रेप किया और उसे तड़पाकर तड़पाकर मार डाला और कैसे उस लड़की के साथ बेरहमी की ये सभी बातें उन्होंने खुद कबूल की।

तीनों अपराधियों को मिली फांसी की सजा

दोस्तों बढ़ाते हुए जन आक्रोश को देखते हुए इन तीनों ही अपराधियों को 13 फरवरी 2014 को दिल्ली की द्वारका कोर्ट के द्वारा फांसी की सजा सुनाई गई लेकिन बचाव पक्ष ने इस सजा को उम्र कैद की सजा में बदलने की कोशिश की लेकिन दिल्ली कोर्ट ने इन तीनों ही अपराधियों को फांसी की सजा सुना दी इसके बाद अपराधियों ने अपने पैसों के दम पर हाई कोर्ट में अपील की लेकिन.

वहां पर भी उन्हें निराशा देखने को मिली और हाईकोर्ट ने भी इन तीनों ही अपराधियों को फांसी की सजा सुनाई लेकिन अभी भी वो अपराधी यही नहीं रुके थे अब ये अपराधी जो करने वाले थे उसकी वजह से उनकी सजा माफ हो गई।

अपराधियों की हुई सजा माफ और किया गया रिहा

दोस्तों उन तीनों ही अपराधियों को जब हाई कोर्ट के द्वारा उम्र कैद की फांसी की सजा सुनाई गई तब इन अपराधियों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की जहां पर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा 7 नवंबर 2022 को इन तीनों आरोपियों को बेगुनाह साबित किया और इन तीनों ही आरोपियों को रिहा कर दिया

मतलब भाई इन तीनों अपराधियों ने एक बेकसूर लड़की के साथ इतनी ज्यादा दरिंदगी वाली हरकत की लेकिन फिर भी कोर्ट के द्वारा इस पूरे मामले को 10 साल तक खींचा गया और लास्ट में अपराधियों को रिहा कर दिया गया वा रे वा सरकार

हालांकि दोस्तों रोशनी के माता-पिता ने बहुत ज्यादा कोशिश अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने की लेकिन वो चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए और उनकी बेटी रोशनी को कभी इंसाफ नहीं मिल पाया वैसे आपका इस पूरी स्टोरी के बारे में क्या बोलना है हमे नीचे कमेंट सेक्शन में जो बताना अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों से शेयर जरूर करें |

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