2 दिसंबर 2011 को मुंबई पुलिस को एक लाल रंग का सूटकेस मिलता है लेकिन जब पुलिस ने इस सूटकेस को खोला तो पुलिस इस सूटकेस के अंदर का नजारा देखकर हैरान हो गई क्योंकि इस सूटकेस के अंदर पुलिस को एक व्यक्ति का सर इसका एक हाथ और उसके शरीर के कुछ अन्य टुकड़े मिले इसके बाद पुलिस के लिए सबसे बड़ा टास्क ये था कि इस व्यक्ति की पहचान कैसे की जाए और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम टीम को ये पूरा मामला सौंप दिया गया.
लेकिन जब क्राइम टीम ने इस पूरे मामले का खुलासा किया तो पता चलता है कि इस व्यक्ति की हत्या इसकी खुद की बेटी ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर की थी फिर इसकी लाश के टुकड़े-टुकड़े करके मुंबई शहर की सुनसान जगह पर फेंक दिए तो चलिए आज की इस मजेदार वीडियो में जानते हैं कि क्यों करनी पड़ी एक बेटी को अपने ही पिता की इतनी बेरहमी से हत्या तो नमस्कार दोस्तों मैं हूं विकास राजपूत |
Note
कृपया ध्यान दें कि ये कहानी बिल्कुल असली घटना पर आधारित है इस कहानी में बताई गई है हर एक बात रियल घटना पर आधारित है बस इस कहानी के पात्रों के नाम कुछ हद तक बदल दिए गए हैं इस कहानी का मकसद किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है।
मुंबई की दिल दहलाने वाली क्राइम स्टोरी
पुलिस के द्वारा किया गया एक लड़की और उसके बॉयफ्रेंड को गिरफ्तार
दोस्तों 7 दिसंबर 2011 को मुंबई पुलिस के द्वारा एक 19 साल की लड़की जिसका नाम रिया था और एक 16 साल के लड़के को गिरफ्तार किया जाता है जो कि उस लड़की का बॉयफ्रेंड था क्योंकि इस लड़की और इसके बॉयफ्रेंड ने मिलकर अपने पिता की गला काटकर बेरहमी से हत्या की थी फिर इसकी लाश के छोटे-छोटे टुकड़े करके शहर की अलग-अलग जगह पर फेंक दिए थे लेकिन जब पुलिस इन दोनों से पूछताछ करती है तब ये लड़की बताती है कि मुझे इसका कोई भी अफसोस नहीं है लेकिन इसके पीछे की जो वजह इस लड़की ने बताई वो सुनकर तो पुलिस भी चौंक गई |
लड़की ने किया पूरे मामले का खुलासा
दोस्तों जब पुलिस ने इस लड़की और इसके बॉयफ्रेंड से पूछताछ की तो उस लड़की ने बताया कि मेरे पिता का नाम बेनेट है जो कि अपने घर पर अकेला रहता है हालांकि उनकी दो शादियां हुई थी लेकिन अपने बेकार व्यवहार के चलते और इनकी अय्याश हरकतें के चलते दोनों ही पत्नियों ने इनको छोड़ दिया.
हालांकि ये एक सिंगर था और गिटार बना बजाने का काम किया करता था और इसने अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए मुझे गोद लिया था पहले तो ये मेरा बहुत ही ज्यादा ख्याल रखा करता था बिल्कुल एक सगी बेटी की तरह ही मेरी सारी ख्वाहिश पूरी करता था लेकिन जैसे ही मैं बड़ी हुई और तब ये मुझ पर काफी सारे अत्याचार करने लगा.
विडियो देखे
मेरे पिता ने लगाई मुझ पर पाबंदियां
दोस्तों वो लड़की बताती है कि जब मैं बड़ी हुई तब मेरे पिता ने मुझ पर काफी सारी पाबंदियां लगा दी वो मुझे ना तो घर से बाहर किसी से बात करने देता था और ना ही मुझे किसी दोस्त के घर जाने देता था और यहां तक कि वो मुझे पड़ोसियों से भी बहुत ही कम बात करने दिया करता था और वह मुझे डरा धमकाकर मेरे साथ बहुत गलत काम किया करता था और मेरा यौन शोषण किया करता था और अगर मैं उसे रोकने का प्रयास करती तो वो मुझे खूब पिटता था इसीलिए मैं काफी ज्यादा परेशान हो चुकी थी और मैं इससे छुटकारा पाना चाहती थी.
मेरी हुई मेरे बॉयफ्रेंड से मुलाकात
जब मैं मेरे पिता के अत्याचारों से बहुत ज्यादा परेशान हो चुकी थी और मैं काफी ज्यादा स्ट्रेस में रहने लगी तभी मेरी एक दिन राहुल ( परिवर्तित नाम ) नाम के एक लड़के से मुलाकात होती है जिसकी उम्र उस समय 16 वर्ष थी और हमारी ये दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदलने लगती है और हम समय के साथ एक दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करने लगते हैं और जब भी मेरा पिता बेनेट रिबेलो घर नहीं होता था.
तब मैं अपने बॉयफ्रेंड राहुल को अपने घर बुलाया करती थी और उसके साथ टाइम बिताया करती थी लेकिन एक दिन मेरे पिता को मेरे बॉयफ्रेंड राहुल के बारे में पता चल जाता है जिसके बाद वो राहुल को भी पिटता है और मुझे भी काफी ज्यादा टॉर्चर करता है हालांकि अब उसने मुझे पहले से ज्यादा टॉर्चर करना शुरू कर दिया था और मेरा और भी ज्यादा यौन शोषण करने लगा जिससे परेशान होकर मैंने और मेरे बॉयफ्रेंड ने एक होने के लिए एक प्लान बनाया अपने पिता को रास्ते से हटाने का……
यहां से आप हमारे यूट्यूब चैनल से भी जुड़ सकते हैं
पहला चैनल- Nirwan Fact
दूसरा चैंनल- Nirwan Bhai
मैंने और मेरे बॉयफ्रेंड ने की मेरे पिता की हत्या
अपने पिता को रास्ते से हटाने के लिए मैंने और मेरे बॉयफ्रेंड ने एक प्लान बनाया और मैंने अपने बॉयफ्रेंड को 26 नवंबर को अपने घर पर बुलाया और जैसे ही मेरा पिता बेनेट शाम को घर पर आया तो घर पर पहुंचते ही हमने पहले तो उसके चेहरे पर मच्छर मारने वाला स्प्रे किया फिर एक धारदार चाकू घोकर उसकी बेरहमी से हत्या करते फिर उसकी लाश को करीब 3 दिन तक हमने इसी घर में रखा और हम भी वही रहे दोनों साथ.
लेकिन जब उसकी लाश सड़ने लगी तो हमने लाश को बाहर फेंकने का विचार बनाया लेकिन फिर हमें लगा कि अगर हम ऐसे ही इसकी लाश को बाहर लेकर जाएंगे तो हमें कोई ना कोई देख लेगा और हम फंस जाएंगे इसीलिए हमने एक फैसला लिया जिसमें हमारा साथ मेरे एक दोस्त 19 वर्षीय अली अमर मियां ने भी दिया…..
Note:-
अगर आप भी क्राइम स्टोरी के बारे में दिलचस्पी रखते हैं तो यहां पर क्लिक करें।
हमने किये पिता की लाश के टुकड़े-टुकड़े
वो लड़की बताती है की हमने लाश को ठिकाने लगाने के लिए लाश को छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप में घर से बाहर निकलने का फैसला लिया इसीलिए हम बाहर से एक धारदार चाकू लेकर आए फिर उस चाकू को गैस पर गर्म करके लाश के छोटे-छोटे टुकड़े करने में लग गए फिर उस लाश के टुकड़ो को करीब तीन बड़ी-बड़ी लाल रंग की सूटकेसों में भरकर शहर की अलग-अलग जगह पर फेंकने का विचार बनाया और हमने लाश के काफी सारे टुकड़े करके लाल सूटकेस में भरकर ऑटो की सहायता से शहर के सुनसान जगह पर फेंक दिए लेकिन उन्हीं सूटकेस में से एक सूटकेस मुंबई पुलिस को मिलती है |
पुलिस ने कैसे पता लगाया अपराधी का
दोस्तों पुलिस के लिए सबसे बड़ा काम था इस सर की और हाथ की पहचान करना हालांकि पुलिस के लिए ये काम काफी ज्यादा मुश्किल था और मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस पूरे मामले को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया और जब क्राइम ब्रांच ने इस पूरे मामले की छानबीन की तो उन्हें इसी सूटकेस के अंदर एक लाल रंग का स्वेटर भी मिला जिसकी जब क्राइम ब्रांच ने छानबीन की तब तो उनके हाथ में कुछ नहीं लगा लेकिन क्राइम ब्रांच को उसी सूटकेस के अंदर लाल रंग के स्वेटर पर एक स्टीकर लगा हुआ दिखाई दिया.
जिसके ऊपर एल्मो मेंस वियर का टैग लगा हुआ था और क्राइम ब्रांच इसी टैग की सहायता से कुर्ला पश्चिम के बेलगामी रोड पर स्थित दुकान पर पहुंचती है जहां पर जब वो इस लाल रंग के स्वेटर के बारे में पूछताछ करती है तो पता चलता है कि ये लाल रंग की स्वेटर बेनेट रिबेलो ने खरीदी थी.
हालांकि यहां पर भी पुलिस के द्वारा उस सर की पहचान नहीं की गई केवल उस व्यक्ति का नाम पता चला जिसके बाद जब पुलिस ने फेसबुक पर बेनेट रिबेलो का अकाउंट खंगाला तो पता चला कि बेनेट रिबेलो एक सिंगर है और गिटार बजाने का काम करता है जिसने अपना पता भी अपनी फेसबुक आईडी पर लिख रखा था इसीलिए अगले ही दिन पुलिस बेनेट रिबेलो के घर पहुंचती है.
लेकिन वहां पर पुलिस को ताला लगा हुआ दिखाई देता है जिसके बाद पुलिस आरोंस पड़ोसियों से बेनेट रिबेलो के बारे में पूछताछ करने लगती है लेकिन उन्हें कोई भी सटीक जानकारी नहीं मिलती है लेकिन पड़ोसियों के द्वारा क्राइम ब्रांच टीम को ये पता चलता है कि बेनेट रिबेलो की एक बेटी भी है जो कि उसने गोद ली थी जो कि गायब थी इसके बाद जब पुलिस को बैनेट रिबेलों की बेटी पर शक हुआ.
तो उन्होंने उसे ढूंढने का काम आगे बढ़ाया और दोस्तों करीब 2 से 3 दिन की कड़ी मेहनत के बाद 7 दिसंबर 2011 को पुलिस के द्वारा रिया को उसके बॉयफ्रेंड के साथ गिरफ्तार कर लिया जाता है इसके साथ ही जब रिया ने अपना जुर्म कबुला तो उसके दोस्त अली अमर मियां को भी गिरफ्तार कर लिया गया और ये तीनों ही अपराधी आज बेनेट रिबेलो की हत्या के केस के वजह से जेल की सलाखों के पीछे अपने गुनाहों की सजा काट रहे है |
वैसे आपका इस पूरी क्राइम स्टोरी के बारे में क्या बोलना है नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और अगर आप और भी कहानी पढ़ना चाहते हैं तो हमारे चैनल से जुड़ जाए जहां से आप बिना स्क्रिप्ट लिखें सीधे भी वीडियो बना सकते हैं |
मैं विकास राजपूत आपका अपनी वेबसाइट पर स्वागत करता हूं यहां पर आपको मैं काफी ज्यादा बेहतरीन और यूनिक कंटेंट देने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जिस विषय पर लिखता हूं उसकी मैं पहले बहुत ज्यादा रिसर्च करता हूं उसके बाद ही लिखता हूं इसीलिए आप मुझ पर आँख बंद करके विश्वस कर सकते है |
5 thoughts on “बेटी ने की पिता की चाकू घोपकर हत्या फिर किए लाश के टुकड़े टुकड़े: मुंबई की दिल दहलाने वाली क्राइम स्टोरी”