13 जनवरी साल 2012 शाम के 7:15 पर दुनिया का सबसे बड़ा इटालियन कुर्ज जहाज अपने 7 दिन की यूरोपीय दौरे के लिए निकलता है और इस जहाज का नाम था कोस्टा कॉनकॉर्डिया और ये जहाज टाइटेनिक से साइज में तो बड़ा है ही इसके अलावा इसमें टाइटेनिक से 2000 ज्यादा लोग यात्रा कर सकते हैं इसी वजह से आज इस जहाज में 4252 लोग सफर कर रहे हैं और इस जहाज की पहली मंजिल इटली देश का समोना शहर है.
जहां इस जहाज को पहुंचने में एक दिन का समय लगेगा लेकिन जहाज को अभी चले हुए दो से ढाई घंटे ही हुए थे कि जहाज अपना रास्ता भटक जाता है ये कोई टेक्निकल प्रॉब्लम नहीं थी बल्कि कैप्टन ऐसा जानबूझकर करते हैं अपनी गर्लफ्रेंड और अपने सीनियर पायलट को ये दिखाने के लिए कि वो कितने बड़े हैवी ड्राइवर है और वो इस जहाज को एक आइलैंड के पास से गुजरते हैं.
लेकिन 9:45 पर जहाज का निचला हिस्सा आइलैंड की पहाड़ी से टकरा जाता है और पूरे जहाज की लाइट गुल हो जाती है और सभी इंजन जोरदार धमाके के साथ फेल हो जाते हैं अब जहाज में पानी भरने लगता है और जहाज एक साइड से काफी टेढ़ा हो जाता है लेकिन जहाज कैप्टन अभी भी यात्रियों से ये बात छुपा रहा था और जहाज का कप्तान मौका देखकर इस जहाज को छोड़कर भाग जाता है इस हादसे के बाद बचाव टीम से संपर्क किया जाता है.
और ये रेस्क्यू ऑपरेशन काफी दिनों तक चलता है जिसमें 32 लोगों की जान चली जाती है और इस जहाज को रेस्क्यू करने में और दोबारा से सीधा करने में इस जहाज की कीमत से 3 गुना ज्यादा धन इस जहाज की कंपनी को खर्च करना पड़ता है तो चलिए आज की इस पोस्ट में जानते हैं इटली के सबसे बड़े कोस्टा कॉनकॉर्डिया जहाज के डूबने की पुरी स्टोरी के बारे में।
कॉनकॉर्डिया जहाज के डूबने की पूरी कहानी
कोस्टा कॉनकॉर्डिया जहाज की यात्रा कहां से कहां तक की थी
दोस्तों 12 अप्रैल 1912 को दुनिया का सबसे बड़ा जहाज अपनी पहली यात्रा के लिए निकलता है जिसके बारे में ये बोला गया था कि इस जहाज को खुद भगवान भी धरती पर आकर नहीं डूबा सकते हैं लेकिन इस जहाज की पहली यात्रा ही इसकी लास्ट यात्रा बन जाती है और ये जहाज कभी भी लौटकर नहीं आता है क्योंकि ये जहाज अटलांटिक महासागर में डूब जाता है और इस हादसे में 1512 लोगों की दर्दनाक मौत हो जाती है.
अब इस घटना को 100 साल का समय हो चुका है और आज 13 जनवरी 2012 को शाम के 7:15 पर दुनिया का सबसे बड़ा इटालियन कर्ज जहाज 7 दिनों के यूरोपियन दोहरे के लिए निकलता है जो कि अपने जमाने का सबसे बड़ा कुर्ज जहाज हुआ करता था जिसकी कीमत 570 मिलियन अमेरिकन डॉलर थी और ये जहाज शाम के 7:18 पर अपनी पहली डेस्टिनेशन इटली के समोना शहर के लिए निकलता है |
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जहाज के अंदर का माहौल
दोस्तों ये जहाज किसी सेवन स्टार होटल से कम नहीं था क्योंकि इस जहाज में लोगों को हर एक लग्जरी चीज प्रोवाइड की जा रही थी क्योंकि ये कोई जहाज नहीं था बल्कि एक चलता फिरता शहर था इस जहाज के अंदर लोगों के इंटरटेनमेंट और मनोरंजन के लिए चार बड़े स्विमिंग पूल थे पांच बड़े होटल या फिर रेस्टोरेंट थे 13 अलग-अलग प्रकार के बीयर बार थे बहुत से जिम थे मूवी थिएटर थे.
और भी बहुत सारी लोगों की मनोरंजन की चीज इस जहाज के अंदर मौजूद थी क्योंकि ये जहाज स्पेशल लोगों को छुट्टियां घूमने के लिए ले जाया करता था इसीलिए इस जहाज के अंदर लोगों के एंटरटेनमेंट की भरपूर व्यवस्था की गई थी।
टाइटेनिक जहाज से कितना बड़ा था कोस्टा कॉनकॉर्डिया जहाज
दोस्तों टाइटेनिक जहाज अपने जमाने का सबसे बड़ा जहाज हुआ करता था लेकिन दोस्तों ये कोस्टा कॉनकॉर्डिया जहाज भी अपने जमाने का सबसे बड़ा जहाज था इसीलिए ये टाइटेनिक जहाज से आकार मे तो बड़ा था ही इसके अलावा इसमें टाइटेनिक जहाज से 2000 ज्यादा लोग यात्रा कर सकते थे इसीलिए आज इस जहाज के अंदर 4252 लोग सफर कर रहे थे।
जहाज के कप्तान
दोस्तों आज 13 जनवरी 2012 को इटली के सबसे बड़े कुर्ज जहाज कोस्टा कॉनकॉर्डिया के कप्तान की कमान फ्रांसिस्को सेटीनो संभाल रहे थे और फ्रांसिस्को सेटीनो साल 2002 से ही इस कंपनी के लिए काम कर रहे थे।
विडियो देखे
बीच रास्ते में जहाज भटक जाता है रास्ता
दोस्तों जब ये जहाज अपने 7 दिन के यूरोपियन दोहरे के लिए निकलता है जिसकी पहली मंजिल इटली का शहर समोना था जहां इस जहाज को पहुंचने में करीब 1 दिन का समय लगने वाला था लेकिन अभी जहाज को चले हुए महज दो से ढाई घंटे का ही समय हुआ था कि ये जहाज अपना रास्ता भटक जाता है हालांकि ये कोई टेक्निकल इशू नहीं था बल्कि इस जहाज के कप्तान ऐसा जानबूझकर करते हैं।
जहाज के कप्तान ने की हवा बाजी
दरअसल दोस्तों जहाज के कप्तान जानबूझकर जहाज को गलत रास्ते पर ले जाते हैं क्योंकि वो इस जहाज को इटली देश के गिगलियों आइलैंड के पास से गुजारना चाहते थे ताकि गिगलियों आइलैंड के लोग इस जहाज की विशालता का आनंद ले सके और इसके साथ ही वो अपनी गर्लफ्रेंड जो कि इस जहाज में लोगों के एंटरटेनमेंट के लिए डांस किया करती थी.
उसको और साथ ही अपने सीनियर पे कैप्टन जो कि इसी गिगलियों आइलैंड पर रहा करते थे उन्हें ये दिखाने के लिए कि वो कितने बड़े हैवी ड्राइवर है इस जहाज को गिगलियों आइलैंड के पास से गुजरते हैं वो भी काफी ज्यादा स्पीड में और जब वो किनारे से महज 150 मीटर की दूरी पर पहुंच जाते हैं तभी वो अपने सीनियर कैप्टन को कॉल करते हैं |
सीनियर कैप्टन को किया जहाज के कप्तान ने किया कॉल
दोस्तों जब ये जहाज गिगलियों आइलैंड से महज 150 मीटर की दूरी था दूरी पर था तब जहाज के कप्तान अपने सीनियर कैप्टन को कॉल करते हैं और कहते हैं कि वो आपके आईलैंड के काफी करीब से गुजर रहे हैं इसीलिए जब हम आपके पास से गुजरेंगे तो सायरन बजा देंगे क्योंकि हम आपको ट्रिब्यूट देना चाहते हैं लेकिन तब सीनियर कैप्टन कहते हैं कि मैं तो आज इस आईलैंड पर हूं ही नहीं इटली के किसी दूसरे शहर में गया हुआ हूं और ऐसा बोलकर वो फोन काट देते हैं लेकिन इसके कुछ मिनट बाद एक जोरदार आवाज होती है????
जहाज टकरा गया आइलैंड की पहाड़ी से
दोस्तों जैसे ही कप्तान अपने सीनियर कैप्टन से बात करके फोन कट करते हैं तभी एक जोरदार आवाज आती है और जहाज का निचला हिस्सा आयरलैंड की पहाड़ी से टकरा जाता है और जहाज में करीब 70 मीटर लंबा घाव या फिर बोले तो छेद हो जाता है और जहाज में पानी भरने लगता है और जहां पर ये हादसा हुआ था तब ये जहाज किनारे से महज 100 मीटर की दूरी पर ही था और जब जहाज के अंदर पानी भरने लगा तभी जहाज की लाइट भी गुल हो गई हालांकि जब लोग इधर-उधर भागने लगे तब कप्तान ने एक अनाउंसमेंट की?
कप्तान ने बोला यात्रियों से झूठ
जब जहाज पहाड़ी से टकरा गया था तब कप्तान ने यात्रियों को सच्चाई बताने के बजाए ये कहा कि जहाज में कोई तकनीकी प्रॉब्लम हो गई है इसीलिए जहाज की लाइट चली गई है इसीलिए आप घबराएं नहीं बहुत ही जल्द हमारे इंजीनियर इस प्रॉब्लम को सॉल्व कर देंगे।
धमाके की आवाज सुनकर उठे जूनियर कैप्टन
दोस्तों जब जहाज समुद्र के नीचे पहाड़ी से टकराया तब ये आवाज सुनकर और जहाज में लोगों की हड़कंप को सुनकर इस जहाज के जूनियर कैप्टन जो कि अपने कमरे में आराम कर रहे थे उनकी आंखें खुली और वो समझ गए की कोई बड़ी दुर्घटना घटी है इसीलिए वो जल्दी से इंजन रूम की तरफ दौड़े लेकिन वो वहां पर देखते हैं कि इंजन रूम पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं उनके दरवाजे नहीं खोले जा सकते हैं.
और अब 9:52 मिनट हो चुकी थी इसके बाद जहाज के प्रोफेशनल इंजीनियर और बाकी लोग इमरजेंसी डीजल इंजन को चालू करने की कोशिश करते हैं लेकिन वो नाकाम रहते हैं लेकिन अब जो पायलट ने किया वो उनका पहला सही डिसीजन था।
टक्कर के बाद कप्तान ने मोड़ा जहाज को
दोस्तों जब जहाज समुद्र के नीचे की पहाड़ी से टकराया तब ये जहाज एक जगह रुका नहीं था बल्कि अभी भी किनारे से दूर चला जा रहा था लेकिन तभी कैप्टन को लगता है कि अगर वो ऐसे ही आगे बढ़ते रहे तो उनके लिए ये खतरनाक हो सकता है क्योंकि अगर वो समुद्र के बीच की अपेक्षा किनारे पर रहेगें तो उनके बचने के चांस ज्यादा है क्योंकि अगर जहाज डूबा तो वो बीच समुद्र में फस सकते हैं और सभी यात्रियों की जान जा सकती है.
इसीलिए वो तुरंत जहाज को यू टर्न मोड़ लेते हैं लेकिन जैसे ही जहाज को उन्होंने मोड़ा तो जहाज एक साइड से काफी ज्यादा झुक गया और जहाज में पानी भरने लगा और जहाज के छह के छह इंजन पूरी तरह से फेल हो जाते हैं और जहाज के कमरों में पानी भरने लगता है अब यात्री समझ चुके थे कि कोई ना कोई बड़ी दुर्घटना जरूर हुई है इसीलिए यात्री घबराहट में मदद के लिए चिल्लाते हैं।
पेसेजंर्स ने मांगी कोस्ट गार्ड से मदद
दोस्तों जैसे ही जहाज के अंदर पानी भरना शुरू हुआ तब यात्री काफी ज्यादा घबरा गए और उन्हें पता चल चुका था कि कोई ना कोई बड़ी दुर्घटना जरूर हुई है इसलिए वो मदद के लिए इटालियन कोस्ट गार्ड को इन्फॉर्म करने लगे और उन्हें मदद के लिए मैसेज पर मैसेज करने लगे इसके बाद इटालियन कोस्ट गार्ड के ऑफिसर जहाज के कप्तान को कॉल करते हैं.
लेकिन जहाज के कप्तान बोलते हैं कि कुछ भी नहीं हुआ है बल्कि एक टेक्निकल डिफॉल्ट हुआ है जिसकी वजह से जहाज में लाइट चली गई है इसीलिए आप टेंशन मत लीजिये हालांकि अभी तक भी कैप्टन यात्रियों से और इटालियन कोस्ट गार्ड से ये बात छुपा रहे थे कि उनकी गलती की वजह से जहाज का एक्सीडेंट हो चुका है और उनकी जान खतरे में है।
कप्तान ने रेडियो ऑपरेटर से मांगी बचाओ की मदद
दोस्तों वो कहते हैं ना कि झूठ के बादल ज्यादा दिनों तक टिकते नहीं है इसीलिए अब 10:22 मिनट हो चुकी थी और अब जाकर जहाज के कप्तान का मन बदलता हैं और वो रेडियो ऑपरेटर को बचाव के लिए इन्फॉर्म करते हैं और बोलते हैं कि उनकी टक्कर एक पहाड़ी से हो गई है एक टेक्निकल इशू की वजह से क्योंकि जहाज मे लाइट चली गई थी जिसकी वजह से अंधेरा हो गया और जहाज एक पहाड़ी से टकरा गया.
इसीलिए उन्हें मदद की सख्त जरूरत है जल्दी से जल्दी बचाव टीम को भेजी जाए और यहां पर भी कप्तान सच्चाई बताने की बजाय झूठ बोल देते है और 10:33 मिनट पर एक इमरजेंसी अलार्म ऑन किया जाता है।
यात्रियों को किया गया इमरजेंसी हॉल में इकट्ठा
दोस्तों जब 10:33 मिनट पर एक इमरजेंसी सिग्नल ऑन किया जाता है और यात्रियों को बताया जाता है कि उनका जहाज एक पहाड़ी से टकरा गया है इसीलिए वो जल्द से जल्द इमरजेंसी हाल के अंदर पहुंचे और आगे के इंस्ट्रक्शन का इंतजार करें अब रात के 10:48 मिनट का समय हो चुका था और जहाज अब 30 डिग्री एंगल पर पूरी तरह से टेढ़ा हो चुका था और अब ये दृश्य यात्रियों को टाइटैनिक जहाज की याद दिला रहा था कि कैसे रात के अंधेरे में टाइटैनिक जहाज डूबा था और आज एक और जहाज शायद डूब सकता है और सभी यात्री काफी ज्यादा घबरा गए।
जहाज को किया गया Abandon( छोड़ना )
दोस्तों 10:54 पर जहाज को पहाड़ी से टकराए हुए एक घंटे से ज्यादा का समय हो चुका था और अब कैप्टन को लगता है कि जहाज को Abandon यानी कि छोड़ देना चाहिए और वो लोगों को लाइव वोट्स की सहायता से बाहर निकलवाने के आर्डर देते हैं लेकिन बहुत से क्रू मेंबर्स लोगों को कप्तान के आदेश से पहले ही लाइव वोट्स की सहायता से बाहर निकलने का काम शुरू कर चुके थे.
लेकिन जैसे ही कप्तान ने लोगों को जहाज से बाहर निकालने के आदेश दिए और कहा कि अब इस जहाज में रहना खतरनाक साबित हो सकता है तब लोगों अपनी जिंदगी को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे और सभी लोग लाइफ बोट्स की तरफ भागने लगे अब लोगों की एक बड़ी भीड़ लाइफ बोट्स में सबसे पहले जाने के लिए धक्का मुखी करने लगती हैं और जिन लोगों को स्विमिंग आती थी या फिर जो लोग तैरना जानते थे.
वो लोग जहाज से सीधे ही कूद गए क्योंकि उन्हें पास में आइलैंड दिखाई दे रहा था वो जहां पर जाकर आसानी से बच सकते थे लेकिन इस भीड़ में और धक्का मुखी का फायदा उठाकर कप्तान ने एक ऐसा काम कर दिया जिसके बाद जहाज के कप्तान हमारी इस पूरी कहानी के विलेन बन गए????
जहाज का कप्तान कूद कर भाग गया
दोस्तों जिस कप्तान की लापरवाही की वजह से आज हजारों लोगों की जिन्दगीयाँ खतरे में पड़ गई थी और कंपनी का अरबो रुपए का जहाज डूब रहा था उस जहाज के कप्तान लोगों की भीड़ में छुपकर लाइव वोट की सहायता से कूद कर भाग जाते हैं और पास के आईलैंड पर चले जाते हैं.
हालांकि जहाज का कप्तान क्रू मेंबर्स में से पहला व्यक्ति था जिसने सबसे पहले जहाज को छोड़ दिया हालांकि ये जहाज के पायलट थे लेकिन फिर भी इन्होंने जहाज को छोड़ दिया |
इंडियन क्रू मेंबर्स ने की लोगों की मदद
दोस्तों इस जहाज में बहुत सारे इंडियन क्रू मेंबर्स भी थे जो की कप्तान के आदेश से पहले ही लोगों को सुरक्षित जहाज से बाहर निकलने का काम शुरू कर चुके थे और ये इंडियन क्रू मेंबर्स दिल और जान से लोगों की जिंदगियां बचाने में लगे हुए थे और वही दूसरी और जहाज के कप्तान थे जो जिन्होंने जहाज को छोड़ दिया था.
और जब इंडियन क्रू मेंबर्स की बात होती है तो सबसे पहले नाम लिया जाता है Russel Rebelco का जो कि ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने बहुत से लोगों की जान बचाई लेकिन ये अपनी खुद की जान नहीं बचा पाए और जहाज के साथ ही समुद्र में डूब गए |
लोगों की मदद के लिए पहुंची बचाव टीम
दोस्तों अब रात के 11:38 मिनट हो चुके थे और बचाव टीम भी लोगों की मदद के लिए पहुंच चुकी थी जिसमें इटालियन कोस्ट गार्ड और इटालियन एयरफोर्स दोनों शामिल थी जो कि लोगों को बचाने का काम कर रही थी लेकिन अभी भी 400 से ज्यादा लोग जहाज में फंसे हुए थे हालांकि अंधेरा होने की वजह से वो ये नहीं जानते थे कि इस जहाज में अभी और कितने लोग फंसे हुए हैं और ये ऑपरेशन पूरे रात भर चलता है और रात भर बचाव टीम लोगों को बचाती रहती है और जब सुबह होती है तब जो लोगों ने देखा वो देखकर लोग भी हैरान हो गए |
सुबह का दृश्य
दोस्तों जब सुबह हुई तब लोगों ने देखा कि जहाज अब पूरी तरह से टेढ़ा हो चुका है जो की समुद्र में केवल एक पहाड़ी के ऊपर ही टिका हुआ है और जैसे ही वो जहाज के नीचे की पहाड़ी टूटेगी तो ये जहाज पूरी तरह से समुद्र में डूब जाएगा और जब सुबह हुई तब लोगों ने देखा की ये हादसा कितना ज्यादा भयानक और कितना ज्यादा खतरनाक था.
हालांकि अभी तक 32 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी थी हो गई थी क्योंकि ये वो लोग थे जो कि अपने कमरों में सोए हुए थे और उनके कमरों में पानी भर गया था जिनसे दरवाजे नहीं खुले और इन लोगों की मौत हो गई।
कप्तान को हुई 16 साल की सजा
दोस्तों इस घटना के बाद कोर्ट ने कप्तान को 16 साल जेल की सजा सुनाई गई और जहाज के कुछ और क्रू मेंबर्स को भी कुछ साल की सजा हुई लेकिन यहां पर कैप्टन की गर्लफ्रेंड को छोड़ दिया गया क्योंकि इसमें उसकी कोई गलती नहीं बताई गई थी और इस जहाज के टेढ़ा होने और डूबने और हजारों लोगों की जिंदगियों को खतरे में डालने का कारण केवल इस जहाज के कप्तान ही थे जिसकी बात हमने ऊपर कर ली है.
कि उन्होंने कैसे हवा बाजी के चक्कर में हजारों लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया हालांकि उन्होंने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने जहाज को नहीं छोड़ा था बल्कि उनका जहाज से पैर फिसल गया था और वो नीचे लाइव वोट पर गिर गए थे और ये बात कोर्ट को भी सुनने में झूठी लगी इसीलिए कोर्ट ने उन्हें 16 साल की सजा सुनाई जो कि आज जेल में आराम से सजा काट रहे हैं।
जहाज को सीधा करने में कितने रुपए खर्च हुए
दोस्तों इस जहाज को सीधा करने और वापस इसके इंर्पोटेंट पार्ट्स को बेचने में कंपनी के बहुत ज्यादा रुपए खर्च हुए अनुमान के अनुसार जितनी कीमत इस जहाज की थी उससे तीन गुना ज्यादा रुपए कोस्टा कॉनकॉर्डिया जहाज की कंपनी को खर्च करने पड़े इस जहाज को दोबारा से सीधा करने में और दुनियाभर के बहुत से प्रोफेशनल इंजीनियर को बुलाना पड़ा.
इसके अलावा जिन लोगों की जान गई कंपनी के द्वारा उन लोगों को मुआवजा भी दिया गया और सभी यात्रियों की यात्रा की टिकट के रुपए भी सभी को लौटने पड़े यानी कि कहने का सीधा मतलब ये है कि कैप्टन की एक छोटी सी लापरवाही की वजह से इस जहाज कंपनी का अरबो रुपए का नुकसान हो गया।
निष्कर्ष
दोस्तों ये थी पूरी कहानी इटली के सबसे बड़े जहाज के डूबने की की कैसे कप्तान ने हवा बाजी के चक्कर में और अपनी गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने के चक्कर में हजारों लोगों की जिंदगियों को खतरे में डाल दिया मैं आशा करता हूं कि आपको ये मजेदार जानकारी जरूर पसंद आई होगी हमने इस पोस्ट( इटली के कॉनकॉर्डिया जहाज के डूबने की पूरी कहानी ) के अंदर.
कोस्टा कॉनकॉर्डिया जहाज के डूबने की पूरी स्टोरी की काफी ज्यादा बेहतरीन भाषा में बात की है इसीलिए अगर आपको ये पोस्ट थोड़ी बहुत भी अच्छी लगी हो या फिर इनफॉर्मेटिव लगी हो तो एक बार इस पोस्ट को अपने दोस्तों से शेयर जरूर कर दें मैंने आपको इस पोस्ट के अंदर बहुत ही बढ़िया कंटेंट देने की कोशिश की है मैं विकास राजपूत आज आपसे इस पोस्ट में विदा लेता हूं मिलता हूं ऐसी मजेदार दूसरी पोस्ट में बहुत ही जल्द।
मैं विकास राजपूत आपका अपनी वेबसाइट पर स्वागत करता हूं यहां पर आपको मैं काफी ज्यादा बेहतरीन और यूनिक कंटेंट देने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जिस विषय पर लिखता हूं उसकी मैं पहले बहुत ज्यादा रिसर्च करता हूं उसके बाद ही लिखता हूं इसीलिए आप मुझ पर आँख बंद करके विश्वस कर सकते है |
1 thought on “कैसे डूबा इटली का सबसे बड़ा जहाज: इटली के कॉनकॉर्डिया जहाज के डूबने की पूरी कहानी”