दोस्तों ट्रैक्टर को किसानों का साथी भी बोला जाता है क्योंकि हर एक किसान को अपने खेती के काम में ट्रैक्टर की जरूरत तो जरूर पड़ती है लेकिन दोस्तों आज का सवाल हमारा यह नहीं है बल्कि आज का सवाल हमारा यह है कि जब भी आपने कभी किसी ट्रैक्टर को देखा होगा तो आप पाते हैं कि उसके पिछले टायर आगे वाले टायर की तुलना में काफी ज्यादा बड़े होते है ?
लेकिन ऐसा क्यों होता है जबकि किसी दूसरी गाड़ी में तो ऐसा नहीं किया जाता है और यहां तक की हजारों हजारों टन भार उठाकर एक जगह से दूसरी जगह ले जाने वाले ट्रक के टायर भी इतने ज्यादा बड़े नहीं बनाए जाते हैं तो फिर ट्रैक्टर के टायर ही इतने ज्यादा बड़े क्यों बनाए जाते हैं तो चलिए आज की इस पोस्ट में जानते हैं आपके इसी सवाल का जवाब तो राम-राम दोस्तों मैं हूं विकास राजपूत।
ट्रैक्टर के पिछले टायर बड़े क्यों होते हैं
दोस्तों अपने अक्सर देखा होगा कि ट्रैक्टर के पिछले वाले टायर आगे वाले टायर की तुलना काफी ज्यादा बड़े होते हैं हालांकि दोस्तों आपको यह बात सुनने में और दिखने में बिल्कुल नॉर्मल लगती होगी लेकिन दोस्तों यह बात जितनी ज्यादा नॉर्मल है इसके पीछे का कारण उतना ही ज्यादा बड़ा और इंटरेस्टिंग है तो दोस्तों ट्रैक्टर के पिछले टायर के इतने ज्यादा बड़े होने के पीछे निम्न कारण है…..
पहला कारण
दोस्तों जैसा कि आपको पता है कि ट्रैक्टर का इस्तेमाल ज्यादातर खेती के कामों में होता है और खेती के काम में अक्सर भारी-भारी सामानों को या फसल के बोरों को एक जगह से दूसरे जगह ले जाना होता है या फिर जब किसान जुताई करते हैं तब ट्रैक्टर को काफी ज्यादा भार और जोर लगाना पड़ता है जिससे कि ट्रैक्टर आगे से हल्का होने की वजह से उठ भी जाता है इसीलिए भार को संतुलित करने के लिए ही ट्रैक्टर के पिछले वाले टायरों को बड़ा बनाया जाता है..
ताकि वजन खींचते समय ट्रैक्टर आगे से उठे नहीं और पूरा ट्रैक्टर संतुलित अवस्था में भारी से भारी सामान को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जा सके और पीछे बड़े टायर लगाने की वजह से ट्रैक्टर के पीछे का वजन काफी ज्यादा बढ़ जाता है जिसकी वजह से ट्रैक्टर बड़ी ही आसानी से कच्ची जमीन में भी काम कर सकता है।
ट्रेन के पीछे एक्स क्यों लिखा होता है:- Click Here
दूसरा कारण
दोस्तों ट्रैक्टर के पिछले टायर ज्यादा बड़े होने की वजह से ट्रैक्टर जुताई करते समय बड़े-बड़े गड्डे और कीचड़ को बड़ी ही आसानी से पार कर लेता है और उनके अंदर फसता नहीं है जिससे की किसान को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है और ट्रैक्टर के पिछले टायर बड़े होने की वजह से ट्रैक्टर का नरम मिट्टी पर ट्रैक्टर को पकड़ने वाला दबाव भी काफी हद तक कम हो जाता है…
मतलब की दोस्तों कहने का तात्पर्य यह है कि ट्रैक्टर के पिछले टायर बड़े होने का सबसे बड़ा कारण टायरों में घर्षण बढ़ाना है जिससे कि ट्रैक्टर गीली मिट्टी और चिकनी सतह पर बिना फंसे आसानी से काम कर सकता है।
तीसरा कारण
दोस्तों ट्रैक्टर के पिछले टायर बड़े होने की वजह से यह बड़े टायर ट्रैक्टर के वजन को बड़े क्षेत्र में फैला देते हैं जिससे की मिट्टी का दबाव कम होता है और ट्रैक्टर काम करते समय फंसता नहीं है और बिना रुके बेहतरीन तरीके से काम कर सकता है और ना ही इसे ट्रैक्टर के पलटने का और आगे से उठने का खतरा रहता है।
दोस्तों यही कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कारण है जिनकी वजह से ट्रैक्टर के आगे वाले टायरों की तुलना में पीछे वाले टायर इतने ज्यादा बड़े बनाए जाते हैं।
तेल के टैंकर गोल ही क्यों होते हैं:- Click Here
ट्रैक्टर के आगे के टायर छोटे क्यों होते हैं
दोस्तों ट्रैक्टर के पिछले वाले टायरों की तुलना में आगे वाले टायरों को काफी हद तक छोटा बनाया जाता है क्योंकि अगर ट्रैक्टर की अगले टायरों को बड़ा बना दिया जाए तो इससे ट्रैक्टर को मोड़ने में काफी ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ेगा और ट्रैक्टर निरंतर से भी बाहर भी हो सकता है और इससे ट्रैक्टर के अगले वाले टायरों में दबाव भी काम पड़ता है और ट्रैक्टर के अगले टायर छोटा होने की वजह से इंजन पर कम जोर पड़ता है.
जिससे कि तेल की खपत भी कम होती है दोस्तों यही कारण है जिनकी वजह से ट्रैक्टर के अगले वाले टायर पिछले वाले टायर की तुलना में छोटे होते हैं।
यहां से आप हमारे यूट्यूब चैनल से भी जुड़ सकते हैं
पहला चैनल- Nirwan Fact
दूसरा चैंनल- First Tale
निष्कर्ष
खैर दोस्तों अगर आपको पोस्ट अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों से शेयर जरूर करें |
मैं विकास राजपूत आपका अपनी वेबसाइट पर स्वागत करता हूं यहां पर आपको मैं काफी ज्यादा बेहतरीन और यूनिक कंटेंट देने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जिस विषय पर लिखता हूं उसकी मैं पहले बहुत ज्यादा रिसर्च करता हूं उसके बाद ही लिखता हूं इसीलिए आप मुझ पर आँख बंद करके विश्वस कर सकते है |