“राम-राम दोस्तों! मैं हूं विकास राजपूत और आज की इस कहानी में जो राज खुलने वाला है… वो आपको सोचने पर मजबूर कर देगा कि इंसान लालच में कितनी हदें पार कर सकता है। एक ऐसा हादसा… जो दिखने में तो एक्सीडेंट था, लेकिन जब सच सामने आया, तो रिश्तों की नींव तक हिल गई। ये कहानी है कानपुर के एक गवर्नमेंट टीचर ‘राजेश’ की मौत की, जो असल में… एक गहरी साजिश थी!”
Hindi Crime Story 2025
कहानी की शुरुवात
4 नवंबर 2023 की सुबह करीब 5:30 बजे के आसपास कानपुर के स्वर्ण जयंती विहार में रहने वाले एक गवर्नमेंट टीचर राजेश हर रोज की तरह ही अपने घर से बाहर टहलने के लिए निकलते हैं लेकिन वो मुश्किल से ही अपने घर से करीब 1500 से 1600 मीटर की दूरी पर ही पहुंचे होंगे कि तभी उनके पीछे से एक अनकंट्रोल्ड कार आती है लहराती हुई और जब तक की राजेश कुछ समझ पाए उससे पहले ही उस कार ने राजेश को टक्कर मार दी और वह कार सीधी पेड़ में जाकर लग गई और यह एक्सीडेंट इतना ज्यादा भयानक था कि जिससे राजेश की तुरंत ही मौत हो गई ।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
हालंकी जब एक्सीडेंट की आवाज अड़ोस पड़ोस के लोगों ने सुनी तो वहां पर पड़ोस पड़ोस के लोगों की एक बहुत बड़ी भीड़ एकत्रित हो गई इस पूरी घटना को देखने के लिए और उन्ही बहुत सारे लोगों में से एक व्यक्ति ने पास के पुलिस स्टेशन में कॉल कर दिया और जब तक की पुलिस वहां पर पहुंची उससे पहले ही राजेश की पत्नी पिंकी अपने दो बच्चों के साथ वहां पर पहुंच चुकी थी जो कि राजेश की डेड बॉडी के पास बैठकर काफी ज्यादा रोज हो रही थी…
“हालांकि यह पूरा केस दिखने में बिल्कुल एक्सीडेंट की तरह ही लग रहा था इसलिए पुलिस ने सबसे पहले इस केस की एक्सीडेंट केस की तरह ही छानबीन करना शुरू कर दिया।”

पुलिस ने किया इस केस को क्लोज
हालांकि दोस्तों इसके बाद पुलिस ने अड़ोस पड़ोस का पूरा इलाका छानमारा और अड़ोस पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ की लेकिन पुलिस को किसी भी व्यक्ति से ये जानकारी ना मिल पाई की ये एक्सीडेंट कैसे हुआ ???
हालांकि यह पूरा माहौल दिखने में बिल्कुल एक्सीडेंट जैसा ही लग रहा था उस कार के अंदर उस समय ड्राइवर मौजूद नहीं था बट पुलिस ने इस बात को सीरियस नहीं लिया क्योंकि अक्सर एक्सीडेंट होने के बाद ड्राइवर अपनी गाड़ी छोड़कर वहां से भाग जाते हैं और पुलिस ने तुरंत ही राजेश की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पुलिस इस केस को एक्सीडेंट केस मानकर के इस केस की कार्यवाही करने लगी और डेड बॉडी का पोस्टमार्टम करने के बाद राजेश का पुलिस के द्वारा अंतिम संस्कार करवा दिया गया।
राजेश के भाई ने की हाथ जोड़कर पुलिस से रिक्वेस्
हालांकि जब राजेश के भाई को पता चला कि उसके भाई का एक्सीडेंट हो गया है तब उसने पुलिस से कहा कि आप इस पूरे मामले की गहराई से छानबीन करें और उसने पुलिस से रिक्वेस्ट भी की लेकिन पुलिस ने उसकी रिक्वेस्ट ठुकरा दी और पुलिस ने कहा कि यह पूरा केस एक्सीडेंट का है और पुलिस ने इस केस को एक्सीडेंट का केस मानकर केस को पूरी तरह से क्लोज कर दिया….
“लेकिन राजेश इस बात से भली भांति वाक़िफ था कि उसके भाई का कोई भी एक्सीडेंट नहीं हुआ है क्योंकि उसे पता था कि उसके भाई के पास 45 करोड रुपए की प्रॉपर्टी है और उसने डेढ़ डेढ़ करोड़ के दो बीमा पॉलिसी भी करा रखी है जो कि उसकी पत्नी के नाम है इसलिए हो सकता था कि किसी ने राजेश का मर्डर किया हो पैसों के लिए लेकिन पुलिस ने तो इस केस को पहले ही क्लोज कर दिया था इसीलिए अब जो राजेश का भाई करने वाला था उसने इस पूरे केस के रूप को ही बदल कर रख दिया।”
राजेश के भाई को मिला घटना स्थल का वीडियो
हालांकि जैसा कि मैंने आपको बताया कि पुलिस ने इस पूरे केस को एक्सीडेंट का मान लिया इसीलिए पुलिस ने इस केस के बारे में कोई भी ज्यादा खुलासा नहीं किया और इस केस को क्लोज कर दिया एक्सीडेंट का मानकर….
लेकिन जब राजेश के भाई में भी पुलिस से रिक्वेस्ट की तब भी पुलिस ने इस केस को ओपन नहीं किया लेकिन इसके बाद राजेश का भतीजा जो की नेवी में नौकरी किया करता था उसने और राजेश के भाई बृहदत ने अपने हिसाब से इस केस की छानबीन करने की कोशिश की और उन्होंने काफी ज्यादा छानबीन की तो उन्हें एक घर की सीसीटीवी फुटेज मिली ???
और उस सीसीटीवी फुटेज के अंदर जो उन्हें मिला उसे देखकर उनके पैरों के नीचे से ही जमीन निकाल गई और जब उन्होंने वो सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दिखाई तो पुलिस को भी यकीन हो गया कि यह केस किसी एक्सीडेंट का नहीं है बल्कि यह प्लानिंग के तहत किया गया मर्डर ।
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वीडियो देखकर पुलिस के पैरों के नीचे से निकली जमीन
हालांकि जब पुलिस ने वह वीडियो दिखा जो कि राजेश के भाई को मिला था तो वह वीडियो देखने के बाद पुलिस ने भी मान लिया कि यह केस एक्सीडेंट का नहीं है बल्कि यह एक प्लानिंग के तहत किया गया मर्डर केस है क्योंकि उस वीडियो में साफ-साफ देखा जा सकता था कि जिस गाड़ी ने राजेश को टक्कर मारी थी ???
तो राजेश को टक्कर मारने के बाद उस गाड़ी का ड्राइवर नीचे उतारकर उस गाड़ी के पीछे पीछे आ रही दूसरी गाड़ी में बैठकर वहां से फरार हो गया था हालांकि उस सीसीटीवी कैमरा की फ़ोटेज में ना तो उस गाड़ी का नंबर का पता चल पा रहा था और ना ही उन लोगों की पहचान हो पा रही थी ???
“क्योंकि वो कैमरा काफी दूर था बस कुछ ऐसा पुलिस अनुमान ही लगा सकती थी कि उस गाड़ी से कोई व्यक्ति निकालकर दूसरी गाड़ी में बैठकर वहां से निकला था लेकिन इस वीडियो के बाद पुलिस तुरंत इस पूरे केस को एक्सीडेंट केस से हटाकर मर्डर केस में बदल देती है और पूरे केस की जीरो से फिर से छानबीन करने में लग जाती है ।”
पुलिस ने की इस पूरे केस की तहकीकात
राजेश के भाई ने जताया अपनी भाभी पर शक
हालांकि सबसे पहले पुलिस ने जब राजेश से पूछताछ की तो राजेश ने अपनी भाभी पर शक जताया क्योंकि उसे पता था कि राजेश की मौत के बाद पूरी प्रॉपर्टी सीधे राजेश की भाभी के नाम हो जाती…
और राजेश की मौत के बाद उसकी भाभी को उतना दुख नहीं था राजेश की मौत का जितना होना चाहिए था इसीलिए उसका शक अभी भाभी पर सबसे ज्यादा मंडरा रहा था और वह ये बात पहले से भी जानता था कि उसके भाभी के चाल चलन कुछ ठीक नहीं है और अगर राजेश की मौत होती है तो पूरी प्रॉपर्टी की इकलौती हकदार राजेश की पत्नी हो जाती इसलिए कहीं ना कहीं यह हो सकता था कि राजेश की पत्नी ने ही राजेश का मर्डर करवाया हो????
राजेश के बेटे से की पुलिस ने पूछताछ
हालांकि इसके बाद पुलिस के द्वारा राजेश के बेटे से भी पूछताछ की गई क्योंकि जब भी पुलिस पूछताछ के लिए राजेश के घर पर जाया करती थी तब उसका बेटा काफी डरा रहा था इसीलिए पुलिस ने उसे काफी प्यार से पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि मेरी मम्मी और पापा के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था मेरी मम्मी को अक्सर मेरे पापा पीटते भी थे…….
और जब उस दिन मेरे पापा घूमने के लिए जा रहे थे उस दिन मैं भी उनके साथ जाना चाहता था लेकिन मेरी मम्मी ने मुझे रोक लिया और मुझे होमवर्क करने के बहाने से रोककर बाथरूम में बंद कर दिया और मुझे खूब पीटा हालांकि उस बच्चों की बात सुनकर पुलिस तुरंत समझ जाती है कि इस पूरे मामले में पिंकी का ही हाथ है बट पुलिस के लिए अब केवल एक सबूत की जरूरत थी पिंकी को गिरफ्तार करने के लिए क्योंकि बिना सबूत पिंकी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकती थी महज एक बच्चे की गवाही पर????
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पुलिस ने निकाली राजेश की पत्नी की कॉल डिटेल्स
हालांकि इसके बाद पुलिस के द्वारा तुरंत ही राजेश की पत्नी की कॉल डिटेल्स निकल गई और जब पुलिस ने राजेश की पत्नी की कॉल डिटेल्स निकाली तो पुलिस को पता चला कि पिछले काफी सालों से पिंकी एक व्यक्ति के साथ कांटेक्ट में थी बट यहां पर हैरान करने वाली बात यह थी कि जिस दिन राजेश का मर्डर हुआ था उस दिन सुबह करीब 3 से 4 बार राजेश की पत्नी ने इस नंबर पर कॉल किया था…..
“इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात ये थी कि उस नंबर की कॉल लोकेशन उस सुबह उसी जगह के आसपास थी जहां पर राजेश को उस कार ने टक्कर मारी थी इसका मतलब तो बिल्कुल साफ था कि इस पूरे एक्सीडेंट में कहीं ना कहीं एक बड़ा हाथ था राजेश की पत्नी का इसलिए पुलिस के द्वारा तुरंत ही राजेश की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया और उससे कड़ाई से पूछताछ की गई ।”
राजेश की पत्नी ने कबूल किया अपना अपराध
राजेश की पत्नी पिंकी के थे मकान मिस्त्री से अवैध संबंध
हालांकि दोस्तों पुलिस की पूछताछ में राजेश की पत्नी पिंकी ने अपना अपराध कबूल कर लिया और उसने पुलिस को बताया कि मेरी राजेश से साल 2012 के अंदर शादी हुई थी और हमारे दो बच्चे भी है राजेश हमेशा काम के सिलसिले में घर से बाहर ही रहता था क्योंकि वह एक टीचर के साथ-साथ एक प्रॉपर्टी डीलर भी था इसीलिए अक्सर वो घर से बाहर ही रहा करता था….
वह ना तो मेरे साथ टाइम स्पेंड करता था और ना ही मुझसे रिलेशन बनाने का शौक रखता था वह हमेशा मुझसे दूर-दूर ही रहा करता था और इसी बात से मैं हमेशा परेशान रहती थी और मैंने बहुत बार राजेश से बात भी की लेकिन राजेश हर बार किसी न किसी बहाने से बात ताल दिया करता था और मेरे मां बनने के बाद तो उसने मेरे पास आना लगभग बंद ही कर दिया था हालांकि मैं इसी दुख के साथ जी रही थी इसे अपनी किस्मत समझकर ।
पति के रहते पत्नी का नाबालिग प्रेमी से संबंध, जानिए पूरी सच्चाई!”:- Click Here
लेकिन जब साल 2021 में हमने कोयल नगर में अपना नया घर बनवाने का प्लान बनाया तब मेरी वह सोच बदल गई क्योंकि कोयल नगर में मकान बनाने के लिए हमने शैलेंद्र मिस्त्री मिस्त्री को काम पर रखा हालांकि पूरे काम को संभालने की जिम्मेदारी मेरी थी क्योंकि मेरे पति राजेश हमेशा ही घर से बाहर रहा करते थे काम के सिलसिले में और इसीलिए मैं अक्सर कंट्रक्शन साइट पर जाती रहती थी……
और अक्सर मजदूर से और मिस्त्री से मिलती रहती थी और वहीं पर धीरे-धीरे ऐसे ही कंस्ट्रक्शन साइट पर जाने से और शैलेंद्र से मिलने से मेरी उससे पहले दोस्ती हो गई और फिर धीरे-धीरे हमारी यही दोस्ती प्यार में बदल गई और हमारे बीच रिलेशन बन गया।
और हम दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे और जब भी राजेश घर पर नहीं होता था तब मैं अपने प्रेमी शैलेंद्र को वहां पर बुला लेती थी जहां पर हम दोनों काफी ज्यादा मजे लिया करते थे और हम दोनों रिलेशन बनाया करते थे और ऐसे ही काफी दिनों का समय गुजर जाता है….

“और अब मुझे अपने पति की बिल्कुल भी जरूरत नहीं थी क्योंकि अब मेरी सारी मान की हसरतें मेरा प्रेमी शैलेंद्र पूरी किया करता था और हम दोनों अक्सर बाहर घूमने भी जाते थे और घर के अंदर भी काफी ज्यादा इंजॉय करते थे लेकिन जब सब कुछ बिल्कुल सही चल ही रहा था कि तभी एक दिन ????”
राजेश को पता चला पिंकी के अवैध संबंध के बारे में
राजेश को मेरे और शैलेंद्र के अवैध रिलेशन के बारे में पता चल जाता है और उसने उसे दिन मुझे काफी भली बुरी सुनाई और शैलेंद्र को काम से हटा दिया और उसका हमारे घर पर आना भी पूरी तरह से बंद कर दिया हालांकि हम दोनों एक दूसरे से काफी ज्यादा प्यार करते थे इसीलिए हम दोनों चाहकर भी एक दूसरे से दूर नहीं हो सकते थे लेकिन राजेश के रहते रहते यह हो पाना पॉसिबल नहीं था इसीलिए हमने राजेश का गेम ओवर करने का और उसे हमेशा हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का प्लान बनाया क्योंकि हम दोनों पर प्यार का भूत सवार हो चुका था।
और मैं ये बात अच्छे से जानती थी कि राजेश के पास 45 करोड रुपए की प्रॉपर्टी है और उसने लगभग तीन से चार करोड़ का बीमा करवा रखा है इसीलिए अगर मैं राजेश का मर्डर करवा देती तो पूरी प्रॉपर्टी इनडायरेक्ट मेरी या फिर मेरे बेटे के नाम हो जाती और मैं उस प्रॉपर्टी को लेकर वहां से फरार हो जाती हमेशा के लिए अपने प्रेमी शैलेंद्र के साथ और इसी वजह से हमने राजेश को ठिकाना लगाने के लिए करीब 4 महीने तक प्लानिंग की और फ़िर एक सही समय का इंतजार किया ।
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मैंने अपने प्रेमी के साथ मिलकर मरवाई राजेश को टक्कर
और फाइनली हमें 4 नवंबर 2023 को एक सही समय मिल भी गया क्योंकि 4 नवंबर की सुबह 5:30 के आसपास राजेश घर से रोज की तरह ही टहलने के लिए निकला और मैंने यह बात तुरंत ही अपने प्रेमी शैलेंद्र को कॉल करके बता दी कि राजेश घर से बाहर निकल चुका है हालांकि उस दिन मेरा बेटा भी राजेश के साथ बाहर घूमने जाने की जिद कर रहा था…….
लेकिन मैंने उसे बहला फुसलाकर होमवर्क करने के बहाने से रोक लिया और फिर मैंने राजेश के अकेले होने की जानकारी फिर से अपने प्रेमी को दी जिससे के बाद मेरे प्रेमी और उसके एक दोस्त ने मिलकर जिसे हमने ₹200000 की सुपारी दी थी उससे राजेश को टक्कर मरवा दी और उसके बाद वह गाड़ी छोड़कर पीछे से आ रहे हैं शैलेंद्र की गाड़ी में बैठकर वहां से भाग गया और राजेश की मौत हो गई |
“हालांकि हमने इस पूरे प्लान की प्लानिंग इस तरह से की थी ताकि यह पूरा केस एक्सीडेंट का लगे और हम हमारे प्लान में लगभग सफल भी हो चुके थे बट राजेश के भाई को मुझ पर शक हो गया और उसी की वजह से यह केस खुल गया ।”
हालांकि दोस्तों पुलिस के द्वारा इसके बाद शैलेंद्र और उसके उस साथी को भी गिरफ्तार कर लिया गया और आज ये तीनों ही अपराधी जेल की सलाखों के पीछे बैठकर अपने गुनाहों की सजा काट रही है खैर आपका इस पूरी कहानी ( Teacher Murder Case Kanpur ) के बारे में क्या बोलना है नीचे कमेंट सेक्शन में जरूर बताना राम राम!!!

मैं विकास राजपूत आपका अपनी वेबसाइट पर स्वागत करता हूं यहां पर आपको मैं काफी ज्यादा बेहतरीन और यूनिक कंटेंट देने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जिस विषय पर लिखता हूं उसकी मैं पहले बहुत ज्यादा रिसर्च करता हूं उसके बाद ही लिखता हूं इसीलिए आप मुझ पर आँख बंद करके विश्वस कर सकते है |