महिला ने की अपने पत्ति की गला काटकर बेहरमी से हत्या: यूपी की दिल दहलाने वाली क्राइम स्टोरी

अप्रैल 2018 को एक महिला अपने ही पति के द्वारा किसी गैर मर्द के साथ संबंध बनाती हुई पकड़ी जाती है जिसके बाद उसके पति के द्वारा उस महिला की खूब पिटाई की जाती है लेकिन दोस्तों 13 मई 2018 को उस महिला ने अपने आशिक और अपने आशिक के दोस्त के साथ मिलकर अपने पति की बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी जाती है वो भी अपने खुद के ही हाथों से इसके बाद किसी व्यक्ति के द्वारा रैंजोर पुलिस को कॉल किया जाता है कि यहां पर सड़क के किनारे एक खेत में किसी शख्स की लाश पड़ी है.

जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है और इस पूरे मामले की छानबीन करती है लेकिन दोस्तों जब पुलिस ने इस पूरे मामले की छानबीन की तो ऐसे ऐसे खुलासे हुए जिनके बारे में सुनकर आप भी चौंक जाएंगे तो चलिए आज कि इस मजेदार पोस्ट में जानते हैं कि आखिरकार क्यों करनी पड़ी एक महिला को अपने ही पति की इतनी बेरहमी से हत्या चलिए जानते हैं।

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Note

कृपया ध्यान दें कि ये कहानी बिल्कुल असली घटना पर आधारित है इस कहानी में बताई गई है हर एक बात रियल घटना पर आधारित है बस इस कहानी के पात्रों के नाम कुछ हद तक बदल दिए गए हैं इस कहानी का मकसद किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है।

यूपी की दिल दहलाने वाली क्राइम स्टोरी ( Crime Story In Hindi )

कहानी की शुरुआत

नमस्कार दोस्तों मैं हूं विकास राजपूत दोस्तों हमारे इस कहानी की शुरुआत होती है उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के एक कस्बे से जहां पर एक परिवार में एक फैमिली रहती थी जिसमें दो भाई एक बहन और उनके माता-पिता रहते थे दोस्तों ये एक मिडल क्लास की फैमिली थी और जब सब कुछ सही चल ही रहा था तभी इस फैमिली में रहने वाली लड़की गायत्री जिसकी उम्र उस समय 19 वर्ष रही होगी उसकी मुलाकात रविंद्र नाम के एक लड़के से होती है।

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गायत्री की हुई रविंद्र से मुलाकात

दोस्तों गायत्री की मुलाकात एक दिन रविंद्र नाम की एक लड़के से होती है उसकी शॉप पर मतलब कि उसकी दुकान जहां पर जब वो अपने फोन का रिचार्ज करवाने के लिए जाती है और वहीं से उनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदलने लगती है और गायत्री भी अपने घरवालों से हमेशा झूठ बोलकर अपने घर से बाहर जाती रहती थी और घर से बाहर जाकर रविंद्र से मिला करती थी कभी वो घर पर अपनी सहेली के घर जाने के लिए निकलती थी तो कभी कॉलेज जाने के लिए निकलती थी.

लेकिन वो ना तो कभी अपनी सहेली के घर जाती थी और ना ही कभी कॉलेज में जाया करती थी वो घर से बाहर जाकर रविंद्र से जाकर मिला करती थी और रविंद्र और वो दोनों ही मिलकर बाइक पर खूब घूमा करते थे और खूब इंजॉय किया करते थे वो साथ में मूवी देखते थे और oyo में जाते थे और भी बहुत कुछ किया करते थे और देखते ही देखते रविंद्र का प्यार गायत्री पर परवान चढ़ने लगा और इसी प्यार में गायत्री को ऐसे गलत रास्ते पर चला दिया जिसमें सबसे पहले उसने अपने ही घर वालों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया ।

गायत्री की भाई को पता चला रविंद्र के बारे में

दोस्तों गायत्री अक्सर अपने घर से बाहर किसी बहाने से जाया करती थी और घर से थोड़ी दूर जाने के बाद ही वो रविंद्र को बुला लेती थी और दोनों बाइक पर साथ-साथ घूमा करते थे और मजे लिया करते थे लेकिन दोस्तों धीरे-धीरे ये बात बड़ने लगी और एक दो पड़ोसियों ने भी जब गायत्री को किसी लड़के के साथ देखा तो उन्होंने उसके भाई को बताया और उसके माता-पिता को भी इनके बारे में बताया कि आपकी लड़की गलत रास्ते पर चल रही है.

लेकिन जब गायत्री से उसके परिवार वालों ने ये सब बातें पूछी तो गायत्री ने कहा कि पड़ोसी तो होते ही ऐसे हैं दूसरों की जिंदगी में दखल देने वाले मैं आपका विश्वास कभी नहीं तोड़गी लेकिन दोस्तों ये सब बातें सुनकर उसके माता-पिता को भी ऐसा लगा कि गायत्री सच बोल रही है क्योंकि गायत्री के परिवार वालों को गायत्री पर बहुत ज्यादा भरोसा था लेकिन दोस्तों उसके छोटे भाई को गायत्री पर कुछ शक था क्योंकि उसे गायत्री का स्वभाव कुछ सही नहीं लगा क्योंकि वो जब भी घर पर लौटी थी तो वो अलग स्वभाव में लौटी थी.

इसीलिए उसने गायत्री पर नजर रखना प्रारंभ आरंभ कर दिया इसीलिए जब एक दिन अचानक गायत्री का छोटा भाई चौराहे से निकल रहा था तभी वो देखता है कि गायत्री एक लड़के के साथ बाइक पर चिपक कर चल जा रही है ये देखकर उसके भाई के पैरों के नीचे से जमीन ही निकल गई और उसने अपने घर पर आकर सारी बातें अपने माता-पिता को बताइए जिसके बाद उसके माता-पिता ने गायत्री को खूब समझाया और उसके भाई ने उसकी पिटाई भी की और उसके माता-पिता ने गायत्री का घर से बाहर निकलना बंद कर दिया |

लेकिन दोस्तों यही पर उन्होंने बहुत बड़ी गलती कर दी क्योंकि गायत्री का प्यार अब प्रवान चढ़ चुका था इसीलिए अब गायत्री को अपने आशिक से न मिलने देना बहुत बड़ी गलती थी और यही गलती आगे जाकर हमारे इस पूरी घटना की में वजह बनी ।

गायत्री ने लगाई आशिक से मिलने की नई तरकीब मिलाई खाने में नशे की गोलियां

दोस्तों जैसे ही गायत्री के परिवार वालों ने गायत्री का घर से बाहर निकलना बंद कर दिया तब गायत्री काफी ज्यादा परेशान रहने लगी क्योंकि गायत्री रविंद्र के बिना एक पल भी नहीं रह सकती थी इसीलिए दोनों ने मिलकर एक प्लान बनाया और रविंद्र एक मेडिकल स्टोर से गायत्री को उसके घर के बाहर ही बहुत सारी नींद की गोलियां लाकर दे देता है और गायत्री ने भी अब परिवार वालों का दिल जीतने की के लिए घर पर खाना बनाना शुरू कर दिया.

लेकिन गायत्री का खाना बनाना तो महज एक बहाना था वो उस खाने के जरिए अपने आशिक से मिलना चाहती थी और लेकिन दोस्तों परिवार वाले इस बात से अनजान थे उन्हें लगा कि गायत्री सुधर गई है उसे अपनी गलती का पछतावा है.

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पहला चैनल- Nirwan Fact
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इसलिए उन्होंने गायत्री को घर पर काम करने की इजाजत दे दी और गायत्री अपने घर पर रोज खाना बनाने लगी लेकिन दोस्तों जैसे ही गायत्री खाना बनाती तो अपने खाने को छोड़कर बाकी सभी घरवालों के खाने में नींद की गोलियां मिला देती जिससे की नींद की गोलियों के नशे की वजह से सभी घर वाले गहरी नींद में सो जाया करते इसके बाद चुपके से गायत्री अपने घर के बाहर जाती और दरवाजे की कुंडी खोल दिया करती और रविंद्र को अपने घर बुला लिया करती और उसके साथ मजे लिया करती थी.

महिला ने की अपने पत्ति की गला काटकर बेहरमी से हत्या: यूपी की दिल दहलाने वाली क्राइम स्टोरी

लेकिन दोस्तों धीरे-धीरे दिन बतते गए और गायत्री हर रोज अपना ये एक नया तरीका अपनाने लगी जिससे कि घरवालों को भी कुछ अजीब लग रहा था क्योंकि समय के साथ नींद की गोलियां खाने से घर वालों के सर में भी काफी दर्द रहने लगा जब भी वो सुबह उठते तो उनके सर में दर्द होता इसीलिए एक दिन गायत्री के भाई की तबीयत काफी ज्यादा खराब थी इसीलिए उसने उस रात्रि को खाना नहीं खाया और ये बात गायत्री को बिल्कुल भी पता नहीं थी।

गायत्री के भाई ने देखा गायत्री को संबंध बनाते हुए

दोस्तों जब एक दिन गायत्री के भाई की तबीयत खराब थी और उसने जब खाना नहीं खाया इसीलिए उसके ऊपर नींद की गोलियों का बिल्कुल भी असर नहीं हुआ लेकिन इस बात से गायत्री अनजान थी और वह रोज हमेशा की तरह ही आधी रात में दरवाजे के कुंड खोलती है और अपने आशिक को घर बुला लेती है और दोनों छत पर चले जाते हैं लेकिन दोस्तों गायत्री के भाई की तबीयत खराब होने की वजह से उस दिन उसे सही तरीके से नींद नहीं आ रही थी इसीलिए वह टॉयलेट करने के लिए उठता है लेकिन जैसे ही उसका भाई टॉयलेट करने के लिए उठता है.

तब वो देखता है कि दरवाजे की कुंडी खुली हुई थी और छत से भी किसी व्यक्ति की आवाज आ रही थी इसीलिए गायत्री का भाई तुरंत गायत्री को अपने कमरे में देखता है लेकिन गायत्री उस समय कमरे में नहीं थी इसके बाद उसका भाई घबरा जाता है कि गायत्री आधी रात में कहां चली गई इसीलिए वह गायत्री को देखने घर के बाहर जाता है तो वह पाता है कि घर के छत से एक व्यक्ति कूद कर भाग रहा है.

ये देखकर जब वह फिर से गायत्री को देखने के लिए गायत्री के कमरे में गया तो गायत्री वहीं पर थी लेकिन जब उसके भाई ने पूछा कि तुम कहां थी अभी अभी तो तू अपने कमरे में नहीं थी तब उसने कहा कि मैं यही सो रही थी शायद आपको कोई भ्रम हुआ है फिर उसने गायत्री से कहा कि तो घर से बाहर घर की छत से कौन कूद कर गया है तब गायत्री ने कहा कि मैं इसके बारे में नहीं जानती हूं तब तो गायत्री के भाई ने गायत्री को कुछ भी नहीं कहा।

गायत्री के भाई ने बताई सुबह घर वालों को सारी बातें

दोस्तों गायत्री के भाई ने गायत्री को उस रात को तो कुछ भी नहीं कहा लेकिन दोस्तों जैसे ही सुबह हुई तब गायत्री के भाई ने कल रात जो भी घटना घटी थी उस सारी घटना के बारे में अपने परिवार वालों को बताया इसके बाद परिवार वालों ने गायत्री की खूब पिटाई की और उन्होंने गायत्री से कहा कि तुमने हमारा विश्वास तोड़ दिया और उसके भाई ने गुस्से में आकर अपनी मां से कहा की तुम अपनी बेटी को समझ लो या फिर मैं इसे मार दूंगा.

ये हमारी इज्जत को मिट्टी में मिलाकर जाएगी और दोस्तों अपनी इज्जत को बचाने के लिए ही गायत्री के परिवार वालों ने गायत्री की शादी करवाने की सोची और उन्होंने गायत्री की शादी के लिए लड़का देखना भी शुरू कर दिया।

गायत्री की हुई शिवराज से शादी

दोस्तों जब गायत्री के घर वालों को उसके भाई ने जब सारी बातें बताई तब उसके घर वालों ने गायत्री के लिए लड़का देखना शुरू कर दिया और उन्होंने गायत्री की शादी फिरोजाबाद से काफी दूर एक कस्बे में रहने वाले शिवराज से करवा दी, शिवराज जो की एक बहुत ही सीधा-साधा लड़का था और उसकी फैमिली भी काफी ज्यादा सीधी थी इसीलिए शादी के कुछ दिनों बाद तो सब कुछ सही चल.

महिला ने की अपने पत्ति की गला काटकर बेहरमी से हत्या: यूपी की दिल दहलाने वाली क्राइम स्टोरी

लेकिन जब शादी के कुछ दिन बीते तब एक दिन अचानक गायत्री के घर पर रविंद्र आ पहुंचा और गायत्री ने रविंद्र की मुलाकात अपने दूर के रिश्तेदार के रूप में कार्रवाई और रविंद्र हर दूसरे दिन गायत्री से मिलने के लिए उसके घर पर आने लगा जिससे कि रोज-रोज उसके गायत्री के ससुराल आने पर गायत्री के ससुराल वालों ने इस पर आपत्ति जताई लेकिन जब गायत्री के ससुराल वालों ने गायत्री के आशिक को वहां पर आने से मना कर दिया तब जो गायत्री ने तरीका अपनाया वो बहुत ही ज्यादा खौफनाक था और वहीं से उसने अपने पति के मौत की तैयारी कर ली।

गायत्री ने अपने आशिक से मिलने का निकाला नया तरीका

दोस्तों जब गायत्री के ससुराल वालों रविंद्र को वहां पर आने से मना कर दिया तब गायत्री ने अपने आशिक से मिलने के लिए अपना पहले वाला तरीका अपनाया उसने अपने ससुराल वालों के खाने में नींद की गोलियां डालना शुरू कर दिया जिससे कि नींद की गोलियों की वजह से उसके ससुराल वालों को काफी गहरी नींद आ जाती और जैसे ही उनको गहरी नींद आ जाती थी.

तब वह अपने आशिक को कॉल करके अपने घर बुला लेती और उसके साथ संबंध बनाया करती उसका ऐसा करना काफी दिन तक चला लेकिन जब गायत्री और उसके आशिक को ये लगा कि हमारा ये प्लान ज्यादा दिन तक नहीं चल पाएगा क्योंकि ऐसे रोज-रोज उनके ससुराल वालों के खाने में नींद की गोलियां मिलना ठीक नहीं होगा इसीलिए गायत्री और उसके आशिक ने अपने रास्ते में आ रहे शिवराज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और इस प्लान में उससे अपने आशिक और अपने आशिक के दोस्त को भी शामिल कर लिया।

गायत्री ने रची अपने पति की हत्या की साजिश

दोस्तों शिवराज को अपने रास्ते से हटाने के लिए गायत्री और उसके आशिक ने एक प्लान बनाया और इस प्लान के तहत गायत्री एक दिन अपनी सासू मां को कहती है की एटा में एक बहुत ही अच्छा डॉक्टर है जो की स्पेशल बच्चों के लिए है और हमारी शादी हुए करीब एक से डेढ़ साल हो चुका है लेकिन अभी तक हमे बच्चा नहीं हुआ है.

इसीलिए मैं उस डॉक्टर के पास जाना चाहती हूं और दोस्तों अपने वारिश की बात सुनकर शिवराज की मां भी उसे उस डॉक्टर के पास जाने की अनुमति दे देती है और दोस्तों अगले ही दिन शिवराज और गायत्री यानी की 13 मई 2018 को सुबह शिवराज और गायत्री अपनी बाइक जिसका नंबर 83 AAL 6985 था जो कि यूपी की बाइक थी उस पर एटा के लिए निकलते हैं लेकिन कभी एटा नहीं पहुंच पाते हैं।

क्यों नहीं पहुंच पाए गायत्री और शिवराज एटा

दोस्तों गायत्री और शिवराज 13 मई 2018 को अपने घर से एटा के लिए निकले जरूर थे लेकिन वो कभी एटा नहीं पहुंच पाए क्योंकि बीच रास्ते में जाकर ही गायत्री शिवराज को बाइक रोकने के लिए कहती है और शिवराज बाइक रोक लेता है इसके बाद गायत्री अपने पास उपस्थित एक बोतल के अंदर से पानी पीती है और पानी शिवराज को भी पिलाता है जिसमें गायत्री ने बेहोशी की दवाई मिल रखी थी जिसके बाद शिवराज थोड़ी दूर चलने के बाद ही बेहोश होने लगता है.

और जैसे ही शिवराज पूरी तरह से बेहोश होने लगा और वो बाइक से गिरने ही वाला था तभी पीछे से आ रहे रवींद्र और उसके दोस्त ने उन्हें संभाल लिया क्योंकि गायत्री ने रविंद्र को पहले ही बता दिया था कि वह घर से निकल चुके हैं इसीलिए रविंद्र और उसका दोस्त काफी टाइम तक उन दोनों का पीछा कर रहे थे इसीलिए वो जैसे ही दोनों बेहोश हुए तब उन्होंने शिवराज को भी संभाला और उसकी मोटरसाइकिल को भी संभाला और उन्होंने गायत्री को होश में लाया और गायत्री के होश में आने के बाद वो शिवराज को एक ऑटो में।

बेहोश शिवराज को ले गए ऑटो में

दोस्तों जैसे ही शिवराज बेहोश हुआ तब रविंद्र के दोस्त ने तो बाइक संभाली और गायत्री और रविंद्र ने शिवराज को एक ऑटो में डाला और ऑटो में डालकर कैरली गांव के पास धौलपुर मोड पर ले गए और वहां से ऑटो को वापस भेज दिया और वहीं से पैदल दोनों शिवराज को पड़कर जैन फार्म हाउस के खेतों में ले गए जहां पर गायत्री ने खुद अपने पति की बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी और वहां से तीनों ही फरार हो गये इसके करीब 24 से 48 घंटे के बाद जैन फार्म हाउस के सिक्योरिटी गार्ड ने शिवराज के लाश को देखा तो उसने पुलिस को फोन कॉल किया।

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पुलिस थाने मे आया कॉल

दोस्तों इस घटना के करीब 24 से 48 घंटे के बाद जैन फार्म हाउस के सिक्योरिटी गार्ड ने जब खेतों में एक लाश को पड़े हुए देखा तब उसने तुरंत पुलिस को खोल कॉल किया और उसने रिंजौर पुलिस को कॉल किया और पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और उसने वहां की सारी छानबीन की और दोस्तों उस लाश की पहचान फिरोजाबाद के दूर के कस्बे में रहने वाले शिवराज के रूप में हुई और पुलिस ने उस लाश का पोस्टमार्टम किया और घटना स्थल की पूरी तरह से जांच की जिसके बाद पुलिस ने उस लाश को शिवराज के माता-पिता को सौंप दिया गया.

लेकिन दोस्तों ये बात सुनकर शिवराज के माता-पिता के पैरों के नीचे से जमीन ही निकल गई कि उसका बेटा एटा के लिए निकला था लेकिन एटा क्यों नहीं पहुंच पाया और उसकी मौत कैसे हो गई और दोस्तों जब शिवराज के माता-पिता से पूछताछ की गई तब उन्होंने गायत्री के बारे में और उसके आशिक के बारे में सारी बातें पुलिस को बताइ और पुलिस उन्हें ढूंढने में लग गई।

पुलिस ने उठाया चौराहे से गायत्री और उसके आशिक को

दोस्तों जब शिवराज के माता-पिता ने पुलिस को सारी बातें बताई तब पुलिस गायत्री और उसके आशिक की तलाश में लग गई और 18 मई 2018 को एक गुप्त सूचना के तहत बख्तियार चौराहे से उन्हें गिरफ्तार किया गया क्योंकि ये दोनों ही वहां से दिल्ली जाना चाहते थे और वहां पर जाकर एक साथ में नई जिंदगी शुरू करना चाहते थे लेकिन उन्हें दिल्ली पहुंचने से पहले ही पुलिस के द्वारा हिरासत में ले लिया गया.

और दोनों से बहुत ही शक्ति से पूछताछ की गई जिससे कि दोनों ने सारी बातें पुलिस के सामने रखती की कैसे वो पिछले दो से तीन सालों से एक दूसरे से प्यार कर रहे हैं और कैसे वो एक दूसरे के लिए जान देने के लिए तैयार हैं और कैसे उन्होंने अपने बीच आने वाले शिवराज को मौत के घाट उतारा जिसके बाद दोस्तों धारा नंबर 302 और 120 बी के तहत उन्हें जेल में भेज दिया गया और इस घटना के लिखे जाने तक वो जेल में सजा काट रहे हैं।

आपका इस पूरी स्टोरी के बारे में क्या बोलना है कमेंट सेक्शन में जरूर बताना मिलता हूं एक दूसरी मजेदार स्टोरी में |

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