दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि पूरे सौरमंडल में पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां पर जीवन संभव है यानी कि केवल यही पर ही मनुष्य रह सकता है और यह धरती इतनी ज्यादा विशालकाय है कि ये अपने अंदर ही बहुत से रहस्य दबाए हुए हैं |
इस धरती पर कहीं पर समुद्र मौजूद है तो कहीं पर सुखा रेगिस्तान मौजूद है कहीं पर मैदान मौजूद हैं तो कहीं पर बहुत ही बड़े-बड़े पहाड़ मौजूद हैं कहीं पर झील मौजूद है तो कहीं पर नदिया मौजूद है दोस्तों ऐसा बोला जाता है कि इस धरती के 70% हिस्से पर पानी ही पानी मौजूद है….
लेकिन दोस्तों आज की इस मजेदार पोस्ट में हम दुनिया के 5 सबसे बड़े विशालकाय पर्वतों की बात करेंगे जो कि अपने आप में ही बहुत ज्यादा विशालकाय यानी कि बड़े हैं जिनके बारे में शायद ही आज से पहले आपने कभी सुना होगा तो राम-राम दोस्तों मैं हूं विकास राजपूत।
दुनिया की 5 सबसे ऊंची चोटियां
माउंट एवरेस्ट
दोस्तों माउंट एवरेस्ट दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है इसकी ऊंचाई 8848 मीटर है यह पर्वत भारत चीन और नेपाल में स्थित है दोस्तों ऐसा बोला जाता है कि यह पर्वत 60 मिलियन साल से भी पुराना हैं और यहां पर हर समय बर्फबारी चलती ही रहती हैं…
माउंट एवरेस्ट की सबसे पहले खोज सर जॉर्ज एवरेस्ट ने 1841 के अंदर की थी और इस पर्वत पर साल 1953 में न्यूजीलैंड की रहने वाली एडमड़ हिलेरी ने चढ़ाई करके अपना नाम इतिहास के सुनहरे अक्षरों में लिखा था और इसी उपलब्धि की वजह से 29 मई को माउंट एवरेस्ट डे बनाया जाता है |
और दोस्तों आज तक इस पर्वत पर लगभग 7120 लोग चढ़ चुके हैं इसी के साथ ही माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले भारतीय व्यक्ति कैप्टन एमएस कोहली थे और इस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी तिब्बत और नेपाल के बीच में स्थित है और इस पर्वत की भारत के अंदर सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा है जिसकी ऊंचाई 8598 हैं।
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K2 पर्वत
दोस्तों दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा पर्वत जो की काराकोरम पर्वत श्रृंखला में स्थित है जिसकी उच्चाई 8611 मीटर है जिसे माउंट गॉडविन ऑस्टिन केचु हाथी के नाम से भी जाना जाता है यह पर्वत पाकिस्तान में स्थित है और इसकी सबसे ऊंची चोटी भी पाकिस्तान में ही हैं जो की चढ़ाई करने के लिए सबसे खतरनाक पहाड़ों में से एक है |
दोस्तों रिसर्च के अनुसार इस पर्वत पर चढ़ने की कोशिश करने वाले हर चार व्यक्ति में से एक की मौत हो जाती है और इस पर्वत में इतनी ज्यादा ठंड गिरती है कि सर्दियों में इस पर्वत पर चढ़ने पर प्रतिबंध है 31 जुलाई 1954 में इस पर्वत पर लचेदेल्ली और कैम्पान्योनी नामक प्रवतारोही ने इस पर्वत पर चढ़कर झंडा फहराने में सफलता हासिल की थी…..
हालांकी आज तब इसपर 246 लोग ही चढ़ पाए हैं यह पर्वत माउंट एवरेस्ट की तुलना में चढ़ाई करने के मामले में और भी ज्यादा खतरनाक है।
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कंचनजंगा
दोस्तों यह पर्वत पूरी दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा पर्वत है यह पर्वत भारत और नेपाल की सीमा पर स्थित है और इसकी ऊंचाई 8586 मीटर है इस पर्वत पर पहली बार 25 मई 1955 को किसी इंसान ने अपना पहला कदम रखा था और इस पर्वत की पांच ऊंची चोटियों में से तीन सबसे ऊंची चोटियाँ नेपाल और सिक्किम की सीमा पर स्थित है।
ल्होत्से पर्वत
दोस्तों अगर बात की जाए दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वतों की तो ल्होत्से पर्वत इस श्रृंखला में चौथे नंबर पर आता है जो कि चीन इसमें स्थित है यह पर्वत चीन में नेपाल और तिब्बत की सीमा के बीच में स्थित है और ऐसा ही माना जाता है कि यह पर्वत माउंट एवरेस्ट पर्वत श्रृंखला का ही हिस्सा है इस पर्वत की ऊंचाई 8,516 मीटर है….
हालांकि दोस्तों इस पर्वत पर चढ़ाई करने के मामले में यह पर्वत दुनिया की सबसे खतरनाक पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है इसमें खड़ी चढ़ाई है और ऊंची ऊंची डलाने हैं और खाईया है लेकिन फिर भी इस पर्वत पर साल 1956 में स्विस टीम ने सफलतापूर्वक चढ़ाई करके अपना नाम इतिहास के सुनहरे अक्षरों में लिखा था।
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माउंट मकालू
दोस्तों माउंट मकालू दुनिया का पांचवा सबसे ऊंचा पर्वत है यह पर्वत नेपाल और चीन के बीच में स्थित है इस पर्वत की ऊंचाई 8481 मीटर है इस पर्वत पर सबसे पहले चढ़ाई विलियम सिरी के नेतृत्व में एक अमेरिकन टीम के द्वारा की गई थी इस टीम ने इस पर्वत पर चढ़ाई साल 1954 के अंदर की थी।
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निष्कर्ष
खैर दोस्तों आशा करता हूं कि आपको यह पांच दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वतों के बारे में जानकारी जरूर पसंद आई होगी अगर आपको यह पोस्ट मजेदार लगी तो इसे अपने दोस्तों से शेयर जरूर करें |
मैं विकास राजपूत आपका अपनी वेबसाइट पर स्वागत करता हूं यहां पर आपको मैं काफी ज्यादा बेहतरीन और यूनिक कंटेंट देने की कोशिश करता हूं क्योंकि मैं जिस विषय पर लिखता हूं उसकी मैं पहले बहुत ज्यादा रिसर्च करता हूं उसके बाद ही लिखता हूं इसीलिए आप मुझ पर आँख बंद करके विश्वस कर सकते है |